नई दिल्ली । केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए 1 जनवरी से हर वाहनों पर फास्टैग लगाना अनिवार्य कर दिया है. अगर आप 1 जनवरी से अपनी कार या बड़े वाहनों पर बिना फास्टैग लगवाए नेशनल हाईवे टोल प्लाजा पर पहुंचते हैं तो इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है।
भरना होगा दोगुना टोल :
फास्टैग के बिना अगर आप टोल प्लाजा पर फास्टैग वाली लेन से गुजरते हैं तो दोगुना टोल भरना होगा. टोल प्लाजा पर एक ऐसी भी लेन होगी जो बिना फास्टैग वाले वाहनों के लिए होगी और उस लेन से गुजरने पर सामान्य टोल ही वसूला जाएगा. फास्टैग सिर्फ नेशनल हाईवे के लिए है. अगर आप स्टेट हाईवे के टोल से गुजरते हैं तो यह काम नहीं करेगा।
फास्टैग रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन पर आधारित एक टैग है जो गाड़ी की विंडस्क्रीन पर लगेगा. वाहनों पर लगा यह फास्टैग इलेक्ट्रॉनिक तरह से पढ़ा जाता है. आसान भाषा में समझें तो टोल प्लाजा पर लगे कैमरे इसे स्कैन कर सकेंगे और रकम अपने आप कट जाएगी. फिर टोल का फाटक खुल जाएगा और इससे किसी तरह की परेशानी नहीं होगी. यह प्रक्रिया चंद सेकेंड में पूरी हो जाएगी।