जशपुर । अंबिकापुर से राउरकेला तक जाने वाली खुशबू बस मे यात्रियों को जानवरो की तरह ठूस-ठूस कर भरा जा रहा है। इस बस मे सोशल डिस्टेसिंग की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। सरकार के गाईड लाईन को रद्दी की टोकरी मे डालकर बस का संचालन किया जा रहा है। अंबिकापुर से चलकर राउरकेला तक जाने वाली खूशबू बस मे आज दोपहर के दो बजे यह नजारा देखने को मिला जब तपकरा बस स्टैण्ड मे रूकी। इस बस मे सरकार के गाईड लाइन को एक तरफ रखकर नियम के विपरीत सवारियो को भरा गया था। इस बस के सीट मे जितने सवारी बैठे थे उससे कहीं अधिक सवारी खड़े थे। सरकार के गाईड लाईन मुताबिक बस के क्षमता से 50 प्रसेंट सीट पर ही यात्रियो को बैठाना है। उदाहरण स्वरूप यदि किसी बस मे 52 सीट है तो इस बस मे 26 यात्रियों को ही कोविड-19 के मद्देनजर बैठाया जा सकता है। लेकिन इस बस मे सरकार के नियम को पूरी तरह से दरकिनार कर यात्रियो को बैठाया जा रहा है। कोविड-19 को लेकर बस मे यात्रा करने वाले यात्री भी जागरूक नहीं दीखे। बस की सीट मे बैठने वाले सवारियो ने भी इसका विरोध नहीं किया होगा।क्यूंकि कुछ सवारियो को छोड़कर अधिकतर सवारी मास्क नहीं पहने थे ।
इस संबंध मे जिला परिवहन अधिकारी प्रकाश रावटे ने बताया कि कोविड-19 को देखते हुए सरकार के गाईड लाईन को सभी बस संचालको को पालन करना होगा। उन्होंने बताया कि क्षमता से 50 प्रसेंट सीट पर ही सवारियों को बैठाना है। बस को सेनेटाईज करने के अलावा बस मे यात्रियों के लिये भी हैंड सेनेटाईजर रखना अनिवार्य है। यात्रा करने वाले सभी यात्रियो को मास्क पहनना अनिवार्य है।
आपको बता दे बसो मे यात्रा करने वाले यात्रियो से किराया भी अधिक लिया जा रहा है और सवारी भी नियम को ताक पर रख कर अधिक भरा जा रहा है।