जशपुर । कलेक्टर महादेव कावरे ने आज स्वास्थ्य विभाग की जिला स्तरीय टास्क फोर्स समिति की बैठक ली। जिले में हो रहे टिकाकरण की प्रगति, कनटेनमेन जोन,होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों को दी जाने वाली सुविधाएं और मितानी के माध्यम से पाजिटिव मरीज संभावित लक्षण वाले मरीजों को कोरोना किट दवाई प्राथमिकता से उपलब्ध कराने की बात कही। आॅनलाइन से पुलिस अधीक्षक बालाजी राव, जिला पंचायत सीईओ के एस मंडावी, मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी पी. सुथार, डीपीएम गनपत नायक और टिकाकरण अधिकारी आर एस पैकरा, एसडीएम जशपुर सुश्री आकांक्षा त्रिपाठी और सभी विकास खंड के बीएमओ सीधे जुड़े थे। कलेक्टर ने टिकाकरण अधिकारी से जिले में हो रहे टिकाकरण प्रगति की जानकारी ली । और छूटे हुए व्यक्तियों का प्राथमिक से टिका करण करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कनटेनमेन जोन और पाजिटिव आए मरीजों के परिवार के सदस्यों को कोरोना दवाई किट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। जिला टीकाकरण अधिकारी ने बताया कि जिले में विकासखंड वार प्रथम डोज टिकाकरण का 86 प्रतिशत हो गया है। और द्वितीय डोज 54 प्रतिशत हुआ है। इसमें और मेहनत करनी की आवश्यकता है और द्वितीय डोज से छुटे हुए लोगों का टिकाकरण करने के लिए कहा गया है ।
कलेक्टर ने बगीचा, मनोरा, फरसाबहार के बीएमओ को अपने विकासखंड के टिकाकरण में प्रगति लाने के सख्त निर्देश दिए हैं।खासकर बगीचा विकास खंड चिकित्सा अधिकारी को कड़ी हितायत देते हुए टीकाकरण के लक्ष्य कुल 33 हजार में से बचें हुए 15 हजार लोगों का शत-प्रतिशत टिकाकरण कार्य को पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं । साथ ही नगरीय निकाय में टिकाकरण पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा गया है। उन्होंने बिजली विभाग के कर्मचारियों को सूची मंगाकर उनका भी टिकाकरण करने के निर्देश दिए हैं ।
उन्होंने कंटेनमेंट जोन के संभावित लक्षणों वाले व्यक्तियों का टिकाकरण करने से पूर्व उसका कोरोना टेस्ट करने के लिए कहा गया है ताकि और अधिक संक्रमण न फैल सके। उन्होंने कहा कि कंटेनमेंट जोन में मितानीन के माध्यम से दवाई किट वितरण करवाए और जिन गांवों में ज्यादा केस निकलकर आ रहे हैं वहां भी दवाई वितरण करवाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जिला अस्पताल के सिविल सर्जन को ट्रूनाॅट टेस्ट के लिए तीन शिफ्ट में स्वास्थ्य कर्मचारी की डुयूटी लगाकर 300 प्रति दिन टेस्ट करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन में अनुमति देने से पहले अपने स्तर पर यह पुष्टि अनिवार्य रूप से करें की उनके घरों में अलग कमरे और शौचालय की व्यवस्था है कि नहीं यदि सुविधा नहीं है तो मरीजों को संबंधित विकासखंड के कोविड केयर सेंटर में रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन में रहने वाले निर्धन परिवार को आक्सीमीटर 10 दिनों के लिए अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराए इसके लिए पंजी भी संधारित करने के निर्देश दिए। उसमें मरीजों का नाम आक्सीमीटर देने के दिन दिनांक और कब वापस लिया गया इसका भी उल्लेख करने के निर्देश बीएमओ को दिए हैं।