जशपुर । जशपुर जिले के नारायणपुर थाना मे पदस्थ ए.एस. आई. जयनंदन मारबल के खिलाफ कुनकुरी के अधिवक्ता शिवशंकर गुप्ता ने गंभीर आरोप लगाये हैं । अधिवक्ता का आरोप है कि टांगी से जानलेवा हमला करने के बाद भी नारायणपुर थाना प्रभारी आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास का धारा नहीं लगा रहे हैं । पीड़ित अधिवक्ता ने थाना प्रभारी और आरोपी के बीच मिलीभगत का आरोप लगाया है। उनका आरोप है कि थाना प्रभारी के सह पर आरोपियो ने उन पर और उनके दोनो पुत्रो को टांगी और लाठी से वार कर लहुलहान कर दिया गया था।
पीड़ित अधिवक्ता शिव शंकर गुप्ता ने बताया कि नारायणपुर थाना क्षेत्र के चराईखारा गांव मे उनका पैतृक जमीन है। उस जमीन पर गांव का मेघनाथ यादव विवाद करता है। उन्होंने बताया कि वह जमीन कुछ माह पहले ही कोर्ट के आदेश पर उनके नाम पर डिक्री हुआ है। इसके बावजूद गांव का मेघनाथ यादव उस जमीन पर हक जताता है। इस माह के 1 जुलाई को सायं करीब 5 बजे अधिवक्ता शिवशंकर गुप्ता अपने पुत्र सौरभ गुप्ता, रिश्तेदार बजरंग गुप्ता व रामजीत चौहान के साथ उस जमीन पर अरहर बोने गये थे उस दौरना अचानक मेघनाथ यादव अपनी बहन, भतीजा और उसकी पत्नी के साथ उस खेत पर पहुंच गये । आरोपियो ने अधिवक्ता और उसके पुत्र पर टांगी से वार कर लहुलहान कर दिये। बजरंग गुप्ता और रामजीत चौहान बीच-बचाव करते रहे लेकिन आरोपियो को कंट्रोल नहीं कर पाये। इसी बीच अधिवक्ता शिवशंकर गुप्ता अपने बड़े बेटे राज गुप्ता को घटना के बारे मे बता कर घटना स्थल पर बुलाया। राज गुप्ता के घटना स्थल पर पहुंचने पर आरोपियो ने राज गुप्ता के उपर भी जान लेवा हमला कर उसे भी लहुलहान कर बुरी तरह से घायल कर दिये। अधिवक्ता शिवशंकर गुप्ता ने बताया कि 1 जुलाई को उस जमीन पर अरहर बोने से कुछ मिनट पहले ही वे नारायणपुर थाना प्रभारी ए.एस. आई. जयनंदन मारबल को फोन कर बताये थे कि गांव का मेघनाथ यादव इस जमीन को लेकर विवाद करता है। जिस पर थाना प्रभारी ने कहा कि आप निश्चिंत होकर बुआई कराईये मैं मेघनाथ यादव को बोल दे रहा हूं , विवाद न करे। उन्होंने बताया कि घटना स्थल से उनके रिश्तेदार बजरंग गुप्ता मार-पीट के दौरान थाना प्रभारी को काल कर सूचित किये इसके बावजूव वे घटना स्थल पर नहीं पहुंचे। घटना के बाद उनके द्वारा थाने मे लिखित रिपोर्ट दर्ज कराई गई लेकिन आरोपियो के खिलाफ सामान्य जमानती धारा लगाकर आरोपियो को छोड़ दिया गया।
अधिवक्ता शिवशंकर गुप्ता ने बताया कि उनकी चराईखारा स्थित डिक्री जमीन पर पिछले साल उन्होंने तील लगाया था जिसे आरोपी मेघनाथ यादव चोरी कर ले गया था। नारायणपुर थाने मे आरोपी मेघनाथ यादव के खिलाफ धारा 379 का अपराध पंजीबद्ध है । नारायणपुर थाना प्रभारी जानबूझकर आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर रहे थे। घटना के एक दिन बाद थाना प्रभारी आरोपी मेघनाथ यादव को चोरी के मामले मे न्यायालय मे पेश किये थे, जहां न्यायालय के आदेश पर आरोपी को जिला जेल जशपुर दाखिल कराया गया है।
आपको बता दें नारायणपुर थाना प्रभारी ए. एस. आई. जयनंदन मारबल का जशपुर जिले के थाना व चौंकी मे पदस्थापना के दौरान रिकार्ड अच्छा नहीं है। कुछ साल पहले जिले के करडेगा चौंकी मे इनके कार्यकाल के दौरान ही एक बुजुर्ग की हत्या हुई थी , जिसमे आरोपियो तक पुलिस नहीं पहुंच पाई। पिछले साल जब जिले के फरसाबहार थाना मे थाना प्रभारी के रूप मे पदस्थ थे, इस दौरान लाकडाउन के बहाने एक ग्रामीण की जमकर पीटाई कर दिये थे। जिसके बाद एसपी ने लाईन अटैच कर दिया था। इन सब मामलो के बाद भी जिले मे टी.आई. व एस. आई. होने के बाद भी ए. एस.आई . जयनंदन मारबल को नारायणपुर थाना प्रभारी का दायित््व् सौपना कई शंकाओ को जन्म देता। अब देखना होगा नव पदस्थ एस.पी. विजय अग्रवाल इस मामले मे ए.एस. आई. जयनंदन मारबल हो उस थाने से हटाते हैं या नहीं।