जशपुर। जशपुर जिले में कुपोषण की दर को कम करने एवं बच्चों में पोषण स्तर को बढ़ाने के लिए 07 जुलाई से 16 जुलाई 2021 तक जिले के समस्त आंगनबाड़ी केन्द्रों में वजन त्यौहार मनाया गया है। जिसमें 0 से 5 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों में पोषण स्तर को बढ़ाने के साथ ही किशोरी बालिकाओं के हीमोग्लोबिन जांच के साथ ही उनके बी.एम.आई. की जांच कर उन्हें उचित मार्गदर्शन प्रदान किया गया। जिससे उन्हें कुपोषण एवं एनीमिया जैसी घातक बीमारियों से बचाया जा सके। जिले में माताओं एवं किशोरी बालिकाओं के साथ बच्चों के अभिभावकों को जागरूक करने के लिए विभाग के माध्यम से नारे एवं दीवार लेखन भी किया गया है। जिससे उन्हें पोषण के प्रति जानकारी मिल सके।
वजन त्यौहार में जिले के शिशुवती माताओं व किशोरी बालिकाओं ने उत्साह के साथ जागरूकता दिखाते हुए बच्चों का वजन कराया साथ ही किशोरी बालिकाओं ने भी अपना बीएमआई एवं हीमोग्लोबिन की जांच कराई। इस दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग के आंगनबाड़ी सहायिका एवं कार्यकर्ताओं ने बच्चों के पोषण स्तर को बढ़ाने के लिए पोषण युक्त आहार की जानकारी दी। जिसमें माताओं को अपने बच्चों को मुनगा, पालक, हरी साग-सब्जियाॅ, फल, दूध, चिक्की, दलिया, अण्डा सहित अन्य पोषक आहार देने की अपील की गई। जिससे उन्हें कुपोषण के शिकार होने से बचाया जा सके।
कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास ने बताया कि वजन त्यौहार हेतु जिले के 17 परियोजनाओं के 118 सेक्टर में 860 कलस्टर बनाया गया था। जिसमें समस्त 4305 आंगनबाड़ी केन्द्रों मेें 64,660 बच्चों का वजन लिया गया है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग के समन्वय से 11 से 18 वर्ष के 734 किशोरी बालिकाओं ने भी अपना हिमोग्लोबिन एवं बीएमआई की जांच कराई। उन्होंने बताया कि जिले में बच्चों को सही पोषण स्थिति से उनके परिवार को अवगत कराने तथा कम वजन वाले बच्चों को चिन्हित कर सुपोषण श्रेणी में लाने के लिए उचित रणनीति बनाने के संबंध में जानकारी दी गयी है। साथ ही मध्यम एवं गंभीर कुपोषित बच्चों में सुपोषण को बढ़ावा देने के लिए उचित परामर्श भी प्रदान किया गया।
वजन त्यौहार में जशपुर विकासखंड के महापात्रे कालोनी के आंगनबाड़ी केन्द्र में खजांची टोली निवासी श्रीमती उषा सिंह ने अपने 1 वर्षीय पुत्र उत्कर्ष का वजन कराया एवं पोषण के संबंध में जानकारी प्राप्त की। उत्कर्ष की माता ने बताया कि महिला बाल विकास के माध्यम से बच्चों के पोषण स्तर की जांच के लिए चलाया गया यह अभियान बेहद सराहनीय है। उन्होंने बताया कि वजन त्यौहार में न सिर्फ उनके बच्चों के पोषण की जांच की गई अपितु बच्चों के पोषण पर किस तरह से ध्यान रखना चाहिए, उन्हें क्या-क्या आहार देना चाहिए जिससे बच्चे शारीरिक एवं मानसिक रूप से चुस्त-दुरुस्त हो।
श्रीमती उषा ने कहा कि उनके पुत्र उत्कर्ष की उम्र 01 वर्ष है जिसका वजन 8.53 किलोग्राम है तथा उसकी ऊंचाई 72.5 सेंटीमीटर है। जो कि उम्र के आधार पर बिल्कुल ठीक है। श्रीमती उषा ने सभी माताओं को अपने बच्चों को समय-समय पर वजन एवं पोषण स्तर की जांच कराने की बात अपील की। साथ ही विभाग के माध्यम से चलाए जा रहे इस वजन त्यौहार के लिए सभी माताओं की ओर से धन्यवाद ज्ञापित किया।