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420 के एक मामले मे जशपुर पुलिस ने मां-बेटे को हैदराबाद से किया गिरफ्तार, 10 महिलाओं के नाम पर बेल स्टॉर बैंक एवं उत्कर्ष बैंक से फायनेंस कराकर छः लाख रूपये हड़प लिये मां -बेटे, बैंक से लोन राशि जमा करने के संबंध मे नोटिस प्राप्त होने पर महिलाओं को पता चला कि वे हो गई हैं ठगी की शिकार

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जशपुर । 420 के एक मामले मे जशपुर पुलिस ने मां-बेटे को हैदराबाद से किया गिरफ्तार किया है। 10 महिलाओं के नाम पर बेल स्टॉर बैंक एवं उत्कर्ष बैंक से फायनेंस कराकर छः लाख रूपये हड़प कर मां -बेटे हैदराबाद चले गये थे। बैंक से लोन राशि जमा करने के संबंध मे नोटिस प्राप्त होने पर महिलाओं को पता चला कि वे हो ठगी की शिकार हो गई हैं। आपको बता दें बेल स्टॉर बैंक एवं उत्कर्ष बैंक जिला मुख्यालय जशपुर मे संचालित हैं। ये दोनो बैंक रकम फायनेंस करती हैं। मां-बेटे दोनो भोली-भाली महिलाओं को लाभ दिलाने का भरोसा दिलाकर बैंक के जरूरी दस्तावेज मे हस्ताक्षर कराकर बैंक से राशि आहरित कर फरार हो गये थे।
आपको बता दें प्रार्थिया अनिशा बाई निवासी सोगड़ा एवं अन्य नौ महिलाओं द्वारा 01 अक्टूबर 2021 को शिकायत आवेदन पत्र देकर रिपोर्ट दर्ज कराई कि वर्ष 2018-19 में इनके गांव सोगड़ा में महिला सुमित्रा नायक एवं उसका पुत्र अविनाश नायक निवासी लोखण्डी आये एवं प्रार्थिया तथा अन्य महिलाओं से संपर्क कर कही कि , मैं महिला सशक्तिकरण से जुड़ी हूं, और गरीब कमजोर एवं मजदूर महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिये सिलाई-कढ़ाई का प्रशिक्षण देकर अनुदान राशि दिलवाती हूं। सभी को सिलाई मशीन दिलवाऊंगी। मेरे द्वारा सैंकड़ों महिलाओं को अनुदान राशि दिलवाया गया है। सुमित्रा नायक द्वारा विश्वास दिलाने हेतु अपने घर से पर्चा-पट्टा एवं 50 रूपये का भारतीय गैर न्यायिक स्टांप पेपर आवेदकों को दे दी। सुमित्रा नायक की बातों पर विश्वास कर प्रार्थिया एवं अन्य 09 सोगड़ा निवासी महिला झांसे मे आ गई । जिसके बाद बेल स्टॉर बैंक एवं उत्कर्ष बैंक के कुछ कागजों पर सुमित्रा नायक हस्ताक्षर कराई एवं समस्त आवेदकों को उक्त बैंक में ले जाकर बोली कि सभी के खाते में पैसा आ जायेगा, इसके बाद सुमित्रा नायक ने समस्त आवेदकों को ओमनी वाहन में इनके गांव तक छोड़ दी। 02-03 दिवस बाद पुनः सुमित्रा नायक अपने ओमनी वाहन से आवेदकों के पास आई और उन सभी महिलाओं को वाहन में बैठाकर बैंक के अंदर ले जाकर आवेदिका अनिशा बाई को 70 हजार रू., मीरा बाई को 70 हजार रू., सरिता भगत को 70 हजार रू., अशिला बाई को 40 हजार रू., रजनी बाई को 70 हजार रू., रश्मि भगत को 30 हजार रू., रजन्ती बाई को 70 हजार रू., अवन्ती बाई को 70 हजार रू., सावित्री बाई को 55 हजार रू., जसोमती बाई को 55 हजार रू. वर्ष 2020 के सितंबर माह में एवं वर्ष 2021 के जनवरी माह में दिलवाई । उसके बाद बैंक से बाहर निकलते ही सुमित्रा नायक द्वारा प्रार्थिया एवं अन्य महिलाओं के प्राप्त रकम को स्वयं ले ली। उक्त कार्य में अविनाश नायक अपनी माता सुमित्रा नायक का सहयोग करता था। सुमित्रा नायक द्वारा प्रार्थिया अनिशा बाई एवं अन्य को घर छोड़ दे रही हूं कहते हुये अपनी ओमनी वाहन में बैठाकर घर छोड़ दी। सुमित्रा नायक द्वारा प्रार्थिया एवं अन्य को बोला गया कि तुम लोगों का अनुदान राशि एक साथ बाद में दे दूंगी और बैंक का किस्त भी पटा दूंगी, तुम लोगों को बैंक में जाने की आवश्यकता नहीं है, कहकर वहां से अपने पुत्र के साथ चली गई। इस दौरान प्रार्थिया को न तो अनुदान राशि मिला और न ही सिलाई मशीन। माह सितंबर वर्ष 2021 में प्रार्थिया एवं अन्य को बैंक से राशि पटाये जाने के संबंध में नोटिस मिलने पर उन्हें ज्ञात हुआ कि सुमित्रा नायक एवं उसके पुत्र द्वारा छल-कपट एवं धोखाधड़ी कर रकम का गबन किया गया है। मामले में आरोपीगणों का कृत्य धारा 420 भा.द.वि. का पाये जाने से उपरोक्त धारा सदर का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। आरोपीगण घटना को अंजाम देकर फरार हो गये थे।
प्रकरण की विवेचना दौरान मुखबीर की सूचना एवं सायबर सेल के सहयोग से आरोपीगणों के हैदराबाद में होने की सूचना मिलने पर तत्काल पुलिस टीम गठित कर आरोपियों की हैदराबाद में पतासाजी कर अभिरक्षा में लिया गया। प्रकरण में आरोपी सुमित्रा नायक उम्र 43 वर्ष निवासी पोरतेंगा थाना जशपुर एवं अविनाश नायक उम्र 24 वर्ष निवासी पोरतेंगा थाना जशपुर के विरूद्ध अपराध सबूत पाये जाने से सोमवार को गिरफ्तार कर पूछताछ एवं जब्ती हेतु पुलिस रिमांड पर लिया गया था। आज मां-बेटे को पूछताछ के बाद पुलिस जिला जेल दाखिल करा दी है। प्रकरण की विवेचना एवं आरोपीगणों को गिरफ्तार करने में थाना प्रभारी सिटी कोतवाली निरीक्षक लक्ष्मण सिंह धुर्वे, उप निरीक्षक रामशेखर शुक्ला, प्र.आर. 37 राजू राम पांडे, आर. 241 निर्मल बड़ा, म.आर. 623 कौशल्या बड़ा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

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