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संतोष गुप्ता की रायपुर से रिपोर्टिंग : जशपुर जिले का पहला और एक मात्र स्टार्टअप कंपनी राजधानी रायपुर के साईंस कालेज मैदान मे मचा रहा धूम, छत्तीसगढ़ सरकार के तीन दिवसीय विभागीय प्रदर्शनी मे बनाई जगह, बोरवेल एप के माधयम से किसान और नागरिक बिना एजेंट के करा सकते हैं बोर

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रायपुर। जशपुर जिले का पहला और एक मात्र स्टार्टअप कंपनी राजधानी रायपुर के साई़ंस कालेज मैदान मे पिछले दो दिनो से धूम मचा रहा है। छत्तीसगढ़ सरकार के तीन दिवसीय विभागीय प्रदर्शनी मे इस स्टार्ट अप कंपनी ने अपनी जगह सुनिश्चित की है। बोरवेल एप के माधयम से किसान और नागरिक बिना एजेंट के खेती किसानी और कार्यो के लिये अपने खेतो और घरो में बोर करा सकते हैं। आपको बता दें राजधानी रायपुर के साईंस कालेज मैदान मे गुरूवार तीन फरवरी से तीन दिवसीय विभागीय प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। इस प्रदर्शनी का शुभारंभ लोकसभा सांसद राहुल गांधी ने 3 फरवरी को किया है। सांसद राहुल गांधी ने 3 फरवरी को ही छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाका़क्षी योजना राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना का शुभारंभ किया है।
स्टार्टअप कंपनी के सीईओ और फाउण्डर राजेन्द्र गुप्ता ने ग्राउण्ड रिपोर्टिंग के संपादक संतोष गुप्ता को बताया कि उनकी स्टार्टअप कंपनी बोरवेल एप को भारत सरकार से मान्यता है। उन्होंने बताया कि वे कृषक परिवार से बिलोंग करते हैं और उनके मन मे हमेशा से कृषको के लिये कुछ अच्छा कर गुजरने की तमन्ना रही है। इसी सोंच को फलीभूत करने के उद्देश्य से उन्होंने बोरवेप का निर्माण किया है। यह एप किसान हितैषी है। श्री गुप्ता ने बताया कि बोरवेल एप को गुगल प्ले स्टोर से अपने मोबाईल पर डाउनलोड किया जा सकता है। इस एप मे रिग मालिक़ो का नम्बर दिया गया है जिससे किसान या अन्य व्यक्ति सीधे गाड़ी मालीक से संपर्क कर बोर करा सकता है। यही नही इस बोरवेल एप मे लाईव ट्रेकिंग की भी सुविधा है, जिससे 30 किलोमीटर के दायरे मे बोर करने वाली वाहन को देखा जा सकता है। उन्होंने बताया कि बोरवेल एप के माध्यम से बोर कराकर किसान व सम्मानित नागरिक 20 से 25 प्रतिशत तक राशि बचा सकते हैं। श्री गुप्ता ने बताया कि अधिकांश किसान या नागरिक अपने खेतो या घरो मे बोर कराने के लिये एजेंट का सहारा लेते हैं जिससे बोर कराने का कास्ट बढ़ जाता है। चूंकि एजेंट का कमीशन भी उसमे शामिल होता है। वहीं लोग यदि बोरवेल एप को डाउनलोड कर सीधे गाड़ी मालीक से संपर्क कर एजेंट को मिलने वाली कमीशन राशि को अपने खाते मे एड कर सकते हैं। आपको बता दें राजेन्द्र गुप्ता जशपुर जिले के एक छोटे से गांव तपकरा के रहने वाले हैं लेकीन उनकी बड़ी सोंच और बुलंद ईरादो ने स्टार्टअप कंपनी बनाने तक का सफर तय किया। आज इस बोरवेल एप की चर्चा पूरे देश मे हैं। पिछले एक साल मे एक लाख से भी अधिक लोगो ने इस एफ को डाउनलोड किया है।

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