बेंगलुरु । बेंगलुरु में भारी बारिश की वजह से सडक़ें जलमग्न हैं। इस बीच एक दर्दनाक हादसा हो गया। एक 23 साल की युवती की स्कूटी से गिरने के बाद करंट लगने से मौत हो गई। युवती का नाम अखिला था और वह एक स्कूल में काम करती थी। रात में करीब 9.30 बजे वह घर लौट रही थीं तभी पानी से भरी सडक़ में उनकी स्कूटी ने जवाब दे दिया। जलभराव इतना ज्यादा था कि स्कूटी आगे नहीं बढ़ रही थी। ऐसे में अखिला स्कूटी से उतर गईं और पैदल ही चलने लगीं। अचानक गड्ढे में पैर पडऩे से वह फिसल गई। पास में ही बिजली का खंभा था। सहारे के लिए जैसे ही अखिला ने खंभा पकड़ा, उन्हें करंट लग गया। मदद के लिए चिल्लाती रहीं अखिला बारिश के चलते भीग गई थीं। वह घुटने तक पानी में थीं इसलिए करंट आसपास उतर गया। वह मदद के लिए चिल्लाती रहीं लेकिन किसी की हिम्मत पानी में उतरने की नहीं हुई। जब तक बिजली के तार काटे गए तब तक अखिला दम तोड़ चुकी थीं। बाद में उन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने बताया कि आधा घंटा पहले ही उनकी मौत हो चुकी है। इस घटना के बाद लोगों में प्रशासन के खिलाफ गुस्सा और भी बढ़ गया है.परिवार ने ठहराया प्रशासन को जिम्मेदार अखिला के परिवार ने स्थानीय निकाय प्रशासन और बीबीएमपी के साथ शहर के इलेक्ट्रिसिटी मैनेजिंग बोर्ड को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि अगर इस संकट के समय बिजली के मामले में लापरवाही ना बरती गई होती तो आज अखिला की जान ना जाती। यह घटना वाइटफील्ड इलाके की है। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि इस मामले में कोई केस दर्ज किया गया है या नहीं। अखिला की बहन आशा ने बताया कि अखिला ग्रैजुएट थीं और वह एक संगीत विद्यालय में नौकरी करती थीं। उनका भाई दिव्यांग है इसलिए अखिला परिवार के लिए बेटे की तरह थीं। वह परिवार की जिम्मेदारी उठाती थीं। इस मामले में बीबीएमपी के आयुक्त तुषार गिरिनाथ ने कहा कि अखिला की मौत दुर्भाग्यपूर्ण है। इस मामले की जांच की जा रही है। बेंगलुरु में नहीं है ऐसा पहला मामला बेंगलुरु में पिछले कुछ ही महीने में इस तरह के चार मामले सामने आ चुके हैं। इससे पहले 21 साल के वसंत की भी जान करंट लगने की वजह से चली गई थी। वह सडक़ पर लटकते तार की चपेट में आ गए थे। वहीं 22 साल के किशोर जब फुटपाथ पर टहल रहे थे तभी वह पोल के पास तार की चपेट में आए और करंट लगने से मौत हो गई। इसी तरह एक 30 साल के और एक 40 साल के शख्स की भी अचानक करंट लगने से मौत हो गई थी। बाढ़ को लेकर सियासत बेंगलुरु की बाढ़ को लेकर सियासत भी तेज हो गई है। मुख्यमंत्री बोम्मई ने इस संकट के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि पहले की सरकार ने उचित प्रबंध नहीं किए। कुशासन की वजह से निचले इलाकों में अवैध रूप से लोग बसे। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन इलाकों में वॉटर टैंक छोटे हैं वहां ओवरफ्लो हो रहा है।