Home राज्यों से आवारा कुत्तों ने ले ली 21 हिरण व एक चिंकारा की जान,...

आवारा कुत्तों ने ले ली 21 हिरण व एक चिंकारा की जान, हिरणों का पालन गंगा किनारे 70 एकड़ के गेस्ट हाउस में किया जा रहा था।

84
0
4 (1)
3 (2)
2 (1)
1 (1)
8 (1)
7 (1)
6 (1)
5 (1)
12 (1)
11 (1)
10 (1)
9 (1)
16 (1)
15 (1)
14 (1)
13 (1)
20 (1)
19 (1)
18 (1)
17 (1)
24
23
22
21
28
27
26
25
32
31
30
29
36
35
34
33
40
39
38
37
4 (1) 3 (2) 2 (1) 1 (1) 8 (1) 7 (1) 6 (1) 5 (1) 12 (1) 11 (1) 10 (1) 9 (1) 16 (1) 15 (1) 14 (1) 13 (1) 20 (1) 19 (1) 18 (1) 17 (1) 24 23 22 21 28 27 26 25 32 31 30 29 36 35 34 33 40 39 38 37

प्रयागराज । प्रयागराज केछतनाग इलाके में एक निजी गेस्ट हाउस में आवारा कुत्तों ने 21 चित्तीदार हिरण और एक चिंकारा को नोच-नोच कर मार डाला। यह घटना इस हफ्ते की शुरुआत में हुई थी, लेकिन अधिकारियों ने इसे दो दिनों तक छुपाए रखा। हिरण की देखभाल करने वाली निजी फर्म के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है। हिरणों का पालन गंगा किनारे 70 एकड़ के गेस्ट हाउस में किया जा रहा था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि निजी फर्म यूनिवर्सल केबल कंपनी लिमिटेड को 1988 में निजी संपत्ति पर हिरण पालने की अनुमति मिली थी। हिरण की देखभाल की पूरी जिम्मेदारी फर्म को दी गई थी। वन विभाग के अधिकारियों ने पूछताछ के लिए सुरक्षा अधिकारी और हिरण पालक समेत तीन लोगों को हिरासत में लिया है और जांच के आदेश दिए गए हैं।
जांच से यह भी पता चला कि परिसर में दो छोटे नालों से आवारा कुत्ते आ सकते हैं। यह भी माना जा रहा है कि कुत्ते बाउंड्रीवाल कूद गए होंगे।
प्रयागराज के जिला वन अधिकारी महावीर कौजलगी ने कहा, वन विभाग ने पूछताछ के लिए अवधेश कुमार (सुरक्षा अधिकारी), लाल चंद्र यादव (हिरण रक्षक) और जंग बहादुर (सुरक्षा गार्ड) सहित तीन लोगों को हिरासत में लिया है।
उन्होंने कहा, वन विभाग ने वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की धारा 9 के तहत गेस्ट हाउस के प्रबंधक, सुरक्षा अधिकारी, हिरण कीपर और एक निजी फर्म के सुरक्षा गार्ड सहित चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
कौजलगी ने कहा कि यूनिवर्सल केबल कंपनी लिमिटेड के अधिकारियों को एक नोटिस भी दिया गया है, जिसे हिरण की देखभाल की पूरी जिम्मेदारी सौंपी गई है।
डीएफओ ने कहा, हम परिसर में और उसके आसपास सुरक्षा व्यवस्था और क्षेत्र में सीसीटीवी नेटवर्क की उपलब्धता की जांच कर रहे हैं। वन विभाग भी पूछताछ में जिला पुलिस अधिकारियों के साथ समन्वय कर रहा है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here