कोरबा। युवती के हत्या के मामले में फरार आरोपी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी को भागने में मदद करने वाला ममेरा भाई को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। त्रिकोणीय प्रेम प्रसंग बना हत्या की वजह। आरोपी पेचकस से कई बार वार कर मौत के घाट उतारकर घटना स्थल से फरार हो गया था।
आपको बता दें सीएसईबी चौकी क्षेत्र अंतर्गत पंप हाउस कॉलोनी निवासी 20 वर्षीय युवती नील कुसुम पन्ना की हत्या के मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। हत्या के बाद आरोपी अंबिकापुर में रुकने के बाद अहमदाबाद भाग गया था। जिसकी गिरफ्तारी के लिए चार अलग-अलग टीमें लगी हुई थी। पुलिस ने आरोपी को भागने में मदद करने वाले आरोपी के मेमेरे भाई को भी गिरफ्तार किया है।
मिली जानकारी के अनुसार पंप हाउस कॉलोनी सीएसईबी चौकी निवासी बुधराम पन्ना पिता रूप साय पन्ना की पुत्री कुमारी नील कुसुम पन्ना 20 वर्षीय की हत्या 24 दिसंबर को किसी पेचकश जैसे नुकीले हथियार से मारकर की गई थी। जिसकी शिकायत मृतका के पिता ने थाने मे दर्ज करवाई थी। पुलिस को घटनास्थल पर पेचकस और शाहबाद खान नामक व्यक्ति का आधार कार्ड , फ्लाइट एवं बस का टिकट पड़ा हुआ मिला था। जिसके आधार पर पुलिस चौकी सीएसईबी में आरोपी शाहबाद खान के विरुद्ध धारा 302 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। विवेचना दौरान मृतिका के शव का पंचनामा कर पीएम कराया गया , पीएम रिपोर्ट में नुकीले हथियार से वार कर हत्या करना पाया गया है। घटनास्थल से आरोपी शिहबाद खान का आधार कार्ड , अहमदाबाद से रायपुर तक आने के फ्लाइट का टिकट, रायपुर से कोरबा तक आने का बस का टिकट बरामद हुआ। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा के नेतृत्व , नगर पुलिस अधीक्षक कोरबा विश्वदीपक त्रिपाठी के पर्यवेक्षण में आरोपी के गिरफ्तारी हेतु चार अलग-अलग टीमों का गठन किया गया था। एक टीम के द्वारा आरोपी शाहबाद खान के निवास जशपुर जाकर उसका पूर्व अपराधिक इतिहास और सहयोगियों के बारे में पता करना प्रारंभ किया, एक टीम के द्वारा घटनास्थल पर उपलब्ध साक्ष्य का विश्लेषण कर सबूत एकत्रित करना प्रारंभ किया किया गया,साइबर सेल की टीम को 2 भागों में बांटकर सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी आधार पर आरोपी के बारे में पतासाजी कर शीघ्र गिरफ्तारी के निर्देश दिए गए।
सभी टीमों द्वारा टास्क के मुताबिक जिम्मेदारी पूर्वक विवेचना प्रारंभ किया गया । घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी फुटेज में आरोपी टीपी नगर की ओर से पैदल आते और भागते हुए दिखाई दिया जिसके आधार पर आगे बढऩे पर पाया कि आरोपी होटल शालीन में रात्रि करीब 1 बजे आकर रुका था जहां से प्रात: 8.10 बजे चेकआउट किया है ,घटना के बाद वापस होटल नही गया है । आरोपी के भागने के संभावित रास्तों पर लगे सीसीटीवी कैमरों का अवलोकन करते हुए आगे बढऩे पर पाया गया कि आरोपी नया बस स्टैंड टीपी नगर कोरबा से टैक्सी में सवार होकर कटघोरा बस स्टैंड के पास उतरा है, कटघोरा से अंबिकापुर बस की ओर गया है , एक टीम को तत्काल अंबिकापुर रवाना किया गया जो अलग अलग स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों के मदद से पता चला कि आरोपी ने एक एटीएम से कुछ रकम निकाला है। सीसीटीवी कैमरे में 2 लोग दिखाई दे रहे थे आरोपी अपने मुंह पर गमछा बांधा हुआ था किंतु आरोपी के साथी का चेहरा खुला हुआ था , मुखबिर ने पहचान कर बताया उक्त व्यक्ति आरोपी का ममेरा भाई तबरेज खान है,तबरेज खान भी घर से फरार पाया गया। मुखबिरों ने बताया कि आरोपी शाहबाद खान को तबरेज खान के साथ देखा गया है और वह उसको भगाने का प्रबंध कर रहा है और उसको नया मोबाइल नंबर भी दिया है । किंतु नंबर बंद आ रहा था । स्थानीय मुखबिरों और बस एजेंटो ने बताया कि आरोपी 26 तारीख को बस के माध्यम से बनारस होकर गया है इस आधार पर सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन करते हुए टीम बनारस होकर अहमदाबाद पहुंची ,किंतु पुलिस के आने की सूचना आरोपी को तबरेज खान ने दे दिया था। पुलिस की एक टीम अहमदाबाद में ही रहकर आरोपी के बारे में तलाश करती रही इसी दौरान दिनांक 28 दिसंबर को आरोपी ने पुणे स्थित रेलवे स्टेशन के पास से अपने अकाउंट से पैसा निकाला है,जानकारी मिलते ही एक टीम तत्काल पुणे महाराष्ट्र के लिए रवाना किया गया , मुखबिर ने बताया कि आरोपी तबरेज खान रायपुर गया हुआ है जो कि आरोपी को भगाने का प्रबंध कर रहा है, इस आधार पर आरोपी तबरेज खान को पकडऩ़े के लिए एक टीम रायपुर रवाना किया गया, किंतु दोनों आरोपियों का मोबाइल बंद होने से पुलिस को ,सफलता नहीं मिल पा रही थी । इसी दौरान नागपुर गई टीम के स्थानीय मुखबिर एवं सूचना तंत्र के माध्यम से पता चला कि आरोपी पुणे नागपुर से दुर्ग की ओर जाने वाली बस में सवार होकर निकला है बस का सही पता नहीं चल पा रहा था, अत: रायपुर गए हुए टीम को तत्काल नागपुर दुर्ग हाईवे पर आने वाली बसों को चेकिंग करने के लिए राजनांदगांव रवाना किया गया, महाराष्ट्र गई टीम भी महाराष्ट्र से रायपुर के लिए निकली, राजनांदगांव पुलिस की मदद से चिचोला बॉर्डर पर महाराष्ट्र की ओर से आने वाली सभी वाहनों की सघन चेकिंग शुरू की गई तो आरोपी बस में सवार होकर आता हुआ मिला, पूछताछ पर उसने बताया कि तबरेज खान रायपुर में आया हुआ है जिससे मिलकर दोनों भागने का प्लान कर रहे थे। अंतत: सात दिनों की कड़ी मेहनत के बाद कोरबा पुलिस द्वारा आरोपी शाहबाद खान एवं उसके सहयोगी तबरेज खान को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ पर आरोपी शाहबाद खान बताया कि वह पूर्व में सिटी बस में कंडक्टर था , उसी बस में मृतिका आना-जाना करती थी , जहां से दोनों की पहचान हुई और दोनों आपस में प्रेम करने लगे, किंतु आरोपी कोरबा से काम छोडक़र अहमदाबाद काम करने चला गया तो मृतिका किसी दूसरे लडक़े को पसंद करने लगी, जिसे वह कई बार मना किया था किंतु नहीं मानने पर समझाने की नीयत से कोरबा आया और मृतका के घर जाकर मिला दोनो के मध्य शारीरिक संबंध भी बना था ,आरोपी ने मृतिका को समझाने का प्रयास किया, किंतु मृतका किसी दूसरे से प्रेम संबंध होने से इंकार करती रही तब गुस्से में आकर उसने मृतिका का हत्या कर दिया। मामले में गिरफ्तार दूसरा आरोपी तबरेज खान मुख्य आरोपी शहबाद खान का ममेरा भाई है जो कि इस मामले में आरोपी को छिपाने में सहयोग कर रहा था, अपने नाम का सिम कार्ड आरोपी को दिया था,साथ ही पुलिस की हर गतिविधि की सूचना आरोपी तक पहुंचा रहा था, अत: उसे भी इस मामले में आरोपी बनाया गया है। मामले में गिरफ्तार दोनों आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर पेश किया गया है।