जशपुर । जशपुर जिले से बड़ी खबर है। बिना कार्य कराये राशि आहरण कर लगभग 75 लाख का गबन मामले मे ग्राम पंचायत तपकरा के पूर्व सरपंच व सचिव से शासकीय राशि की वसूली होगी। जिला पंचायत सीईओ जितेन्द्र यादव ने शुक्रवार 3 फरवरी को फरसाबहार एसडीएम को को वसूली के संबंध मे पत्र जारी किया है। उन्होंने पत्र मे लिखा है कि फरसाबहार जनपद के ग्राम पंचायत तपकरा के पूर्व सरपंच श्रीमती मीना नायक और सचिव जगन्नाथ जायसवाल के द्वारा बिना निर्माण कराये शासकीय राशि का गबन किया गया है। संबंधितो से राशि की वसूली कर उन्हें सूचित करें।
आपको बता दें शुक्रवार को तपकरा ग्राम पंचायत के पूर्व सचिव जगन्नाथ जायसवाल को जिला पंचायत सीईओ जितेन्द्र यादव ने निलंबित कर दिया है। निलंबन के पश्चात श्री जायसवाल को जनपद पंचायत फरसाबहार मुख्यालय निर्धारित किया गया है। निलंबन अवधि मे इन्हें जीवन निर्वाह भत्ता की पात्रता होगी। आपको बता दें जांच मे लगभग 75 लाख रूपये का गबन सामने आया है। पिछले दो वर्षो से शिकायत की जांच हो रही थी। जिला पंचायत सीईओ जितेन्द्र यादव की इस कार्रवाई से जहां अन्य ग्राम पंचायतो मे हड़कंप मच गया है वहीं इस कार्रवाई से जिले मे सवत्र इनकी तारिफ हो रही है।
आपको बता दें तपकरा के पूर्व ग्राम पंचायत सचिव जगन्नाथ जायसवाल के द्वारा बैठक की सूचना एवं कार्यवाही किये बिना ही स्वीकृत विभिन्न निर्माण कार्यो की राशि 3234660 रूपये तथा 14वें एवं 15वें वित्त योजना की रोकड़ बही अनुसार आबंटित राशि 4261035 रूपये, इस प्रकार कुल 7495693 रूपये आहरण कर गबन किया गया है। यह गबन जांच मे सही पाया गया है। जांच टीम द्वारा मुख्य कार्यपान अधिकारी जनपद पंचायत फरसाबहार को जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया था। जांच टीम से प्राप्त जांच प्रतिवेदन को सीईओ फरसाबहार ने जिला पंचायत सीईओ को प्रेशित किया था। जिसके बाद जिला पंचायत सीईओ जितेन्द्र यादव ने निलंबन की कार्रवाई की है। और अब यह राशि संबंधितो से वसूली की जायेगी।
आपको बता दें निलंबित ग्राम पंचायत सचिव जगन्नाथ जायसवाल के खिलाफ काफी लंबे समय से शिकायत की जा रही थी लेकिन किसी भी अधिकारी ने इसके खिलाफ कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं जुटा पाये। इसके पूर्व कलेक्टर को तपकरा ग्राम पंचायत के वार्ड पंचो ने जगन्नाथ जायसवाल के खिलाफ लिखित शिकायत प्रस्तुत किया गया था लेकिन उन्होंने किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई।
अब देखना होगा फरसाबहार एसडीएम उक्त राशि की वसूली कब तक करा पाते हैं या मामला समय बीतने के साथ ठंडे बस्ते मे चला जायेगा।