जशपुर । पूर्व सेवा गणना शिक्षक मोर्चा के प्रांतीय आह्वान पर प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा गणना सहित 4 सूत्रीय मांग के लिए जशपुर विधायक विनय भगत को ज्ञापन सौंपा। शिक्षकों की मांग पर विधायक ने मुख्यमंत्री के नाम अनुशंसा पत्र लिखा और मांगों को मुख्यमंत्री के समक्ष रखने की बात कही। प्रांतीय उपसंयोजक जयेश सौरभ टोपनो, ज़िला संचालक विनय कुमार सिंह, रूपेश कुमार पाणिग्राही, सैय्यद सरवर हुसैन, जशपुर ब्लॉक संचालक गोविंद प्रसाद मिश्रा, डमरूधर स्वर्णकार, मनोरा ब्लॉक संचालक मुनेश्वर यादव, विनोद भगत, प्रेमलाल बर्मन, सत्यनारायण राम, राजेन्द्र यादव, राजेन्द्र प्रेमी, प्रेम कुमार यादव, दिनेश त्रिपाठी, रामकुमार तिवारी, प्रदीप सिंह, श्रीमती रागिनी पांडेय, दयाशंकर राम, महेश गुप्ता विनय सिंह, भवानी शंकर यादव, अनिल मिश्रा, विपिन विकास खरे, हर्ष बाघव, मनोज भगत सहित अन्य शिक्षक उपस्थित थे।
विधायक से चर्चा के दौरान प्रांतीय उप संचालक जयेश सौरभ टोपनो, ज़िला संयोजक विनय कुमार सिंह, रूपेश कुमार पाणिग्राही ने बताया कि प्रदेश में शिक्षाकर्मियों की नियमित नियुक्ति 1998 से शुरू हुई थी। अंशदायी पेंशन योजना में कटौती 2012 से शुरू हुई और संविलियन 2018 में हुई। 2004 में पुरानी पेंशन योजना बंद हुई जिसे छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा 2022 से पुनः शुरू की गई है। अब राज्य शासन द्वारा ओपीएस या एनपीएस में बने रहने के विकल्प पर शपथ पत्र भरवाया जा रहा है। लेकिन उसमें शिक्षक पंचायत संवर्ग की पूर्व सेवा अवधि गणना के सम्बन्ध में स्पष्ट निर्देश नहीं होने के कारण प्रदेश के लाखों शिक्षकों में भ्रम की स्थिति बनी हुई है। जनघोषणा पत्र में उल्लेखित क्रमोन्नत समयमान वेतन के लिए आदेश जारी करते हुए केंद्र सरकार की तर्ज पर पूर्ण पेंशन हेतु अर्हकारी सेवा 20 वर्ष किया जाए। साथ ही ओपीएस अथवा एनपीएस विकल्प पत्र भरने के लिए कम-से-कम 3 माह का समय दिया जाए।