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मणिपुर में हिंसा के बाद सेना ने संभाला मोर्चा, 4000 लोगों को किया शिफ्ट- इंटरनेट सेवा बंद- लगाया गया कर्फ्यू

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इम्फाल । मणिपुर में मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति श्रेणी में शामिल करने की मांग का विरोध करते हुए बुधवार (3 मई) को जनजातीय समूहों की ओर से बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया गया। आदिवासी आंदोलन के दौरान हिंसा भडक़ गई जिसके बाद आठ जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया और पूरे राज्य में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं।
बढ़ती हिंसा को रोकने के लिए सेना और असम राइफल्स को बुलाया गया। स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए सेना और असम राइफल्स द्वारा आज फ्लैग मार्च किया गया। हिंसा के बाद राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 4,000 लोगों को सेना के शिविरों और सरकारी कार्यालय परिसरों में आश्रय दिया गया था।
मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) श्रेणी में शामिल करने की मांग का विरोध करने के लिए छात्रों के एक संगठन द्वारा आहूत ‘आदिवासी एकता मार्च’ में हिंसा भडक़ गई थी। ‘ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ मणिपुर’ (एटीएसयूएम) ने कहा कि मैतेई समुदाय को एसटी श्रेणी में शामिल करने की मांग जोर पकड़ रही है, जिसके खिलाफ उसने मार्च आहूत किया।

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