सक्ती । राजस्व पटवारी संघ छत्तीसगढ़ के आह्वान पर तहसील सक्ती, बाराद्वार, जैजैपुर, हसौद के तहसील इकाई पटवारियों द्वारा अपनी मांगों को लेकर आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं।
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ में लगातार शासकीय कर्मचारियों अधिकारियों के संगठन द्वारा अपनी मांगों को लेकर शासन स्तर को अवगत कराया जाता रहा है, वहीं मांगो पर विशेष ध्यान नहीं मिलने से संघ द्वारा हड़ताल का रास्ता अख्तियार किया जाता है, ऐसे ही राजस्व पटवारी संघ छत्तीसगढ़ द्वारा भी 8 सूत्रीय मांगों को लेकर 15 मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। हाल ही में ग्राम सचिव हड़ताल से वापस आए हैं, उनके हड़ताल पर रहने से आम जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा, वहीं पटवारियों के हड़ताल से भी कहीं ना कहीं आम नागरिकों को परेसानी होने वाली है। पटवारियों के इस अनिश्चितकालीन हड़ताल में उनकी मुख्य मांग है कि वेतन विसंगतियों को दूर करते हुए ग्रेड पे 2800 किया जावे, राजस्व निरीक्षक पद पर वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति किया जाए, संसाधन एवं नेट भत्ता दिया जाए, मंहगाई के अनुरूप स्टेशनरी भत्ता दिया जाए, अतिरिक्त प्रभार वाले हल्के के पटवारियों को मूल वेतन का 50प्रतिशत अतिरिक्त हल्का भत्ता प्रदान किया जावे, पटवारी भर्ती हेतु योग्यता स्नातक की जाए, मुख्यालय निवास की बाध्यता समाप्त की जाए एवं बिना विभागीय जांच के प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज न कि जाए। अपनी इन 8 सूत्रीय मांगों को लेकर पटवारी संघ लामबंध होकर तहसील स्तर पर स्थानीय इकाइयों के माध्यम से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठा है, सक्ती में भी पटवारी संघ जिला कलेक्टर कार्यालय के सामने आज से टेंट लगा बैठ गया है। इस अवसर पर राजस्व पटवारी संघ शाखा सक्ती के अध्यक्ष प्रमोद चंद्रा, संरक्षक सत्यनारायण राठौर, हेमंत देवांगन, जय देवांगन, बाराद्वार अध्यक्ष मनहरण राठौर, जैजैपुर अध्यक्ष प्रमोद यादव, हसौद अध्यक्ष छत्रपाल सहित वरिष्ठ पटवारी अमित त्रिपाठी, विनय पटेल, हरिशंकर, रामेंद्र, महेंद्र, नमेंद्र, सुनील, रामकुमार, राहुल, कुंजन, जवाहर, मेहुल, भूपेंद्र बरेठ, सब्बीर, सुनीता राठिया, हेमलता, गीता, विनोद खांडे सहित पटवारी उपस्थित थे।