जशपुर । जशपुर जिले मे चारो ओर भ्रष्टाचार ही भ्रष्टाचार है। ऐसा कोई क्षेत्र नहीं मिलेगा जहां भ्रष्टाचार न किया गया हो। ऐसा ही भ्रष्टाचार का एक मामला जशपुर जिले के फरसाबहार तहसील के ग्राम पंचायत सुण्डरू मे देखने को मिला। इस ग्राम पंचायत मे पिछले एक साल से मरी हुई वृद्ध महिला को खाद्य विभाग के शासकीय पोर्टल मे जीवित बताकर राशन का आहरण किया जा रहा है जबकी महिला की लंबी बीमारी के बाद पिछले साल 27 मई 2022 को मौत हो चुकी है। मृत महिला का नाम कतरीना बुड़ है जो सुण्डरू की रहने वाली है। इसके पति की भी मृत्यु काफी साल पहले हो चुकी है। मृत दंपत्ति का कोई पुत्र नहीं है। एक पुत्री है जिसकी भी शादी काफी वर्ष पहले हो चुकी है। पूरा ग्राम पंचायत जानता है कि महिला की मौत हो चुकी है इसके बावजूद महिला पंच का पति जो कि राशन दूकान का संचालक है, बेखौफ होकर पिछले 12 माह से लगातार मरी हुई वृद्ध महिला के नाम से 35 किलोग्राम चावल , एक किलो शक्कर और दो पैकेट चना और दो किलो नमक का आहरण कर रहा है।
मिली जानकारी मुताबिक इस ग्राम पंचायत मे सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत राशन वितरण करने का जिम्मा महिला पंच के पति राजकुमार सिदार को अक्टूबर 2022 से सौंपा गया। इससे पहले दूकान का संचालन यहां के उपसरंच रवि यादव के द्वारा किया जा रहा था।
आपको बता दें पिछले साल 27 मई 2022 को जब वृद्ध महिला कतरीना की मौत हुई थी, उस दिन छत्तीसगढ़ सरकार की योजना के तहत कफन दफन के लिये मृतिका की पुत्री को दो हजार रूपये की नगद राशि पंचायत के द्वारा दी गई थी यही नह़ी पंचायत ने मृतिका कतरीना बुड और पति पतरस बुड के नाम से मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी की है। इसके बावजूद मृतिका को जीवित बताकर पिछले एक साल से राशन का आहरण करना यह बताता है कि यहां के जनप्रतिनिधियो को नियम कानून का रत्तीभर भी डर नहीं है।
इस मामले मे जब हमने फरसाबहार एसडीएम शबाब खान से मोबाईल पर चर्चा की तो उन्होंने बताया कि जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। जांच मे यदि सही पाया जाया है तो उचित कार्रवाई की जायेगी।
स्वच्छ भारत मिशन मे जमकर किया गया है भ्रष्टाचार : आपको बता दें ग्राम पंचायत सुण्डरू मे स्वच्छ भारत मिशन मे जमकर भ्रष्टाचार किया गया है। केन्द्र सरकार की उक्त योजना के तहत कुछ वर्ष पहले प्रत्येक पात्र घर मे टायलेट रूम (शौचालय) का निर्माण करना था, परन्तु बताया जाता है इसमे भी जमकर भ्रष्टाचार किया गया। घर-घर शौचालय हर घर शौचालय सिर्फ कागजो मे है। जांच हो जाये तो स़बंधित अधिकारी ओर तत्कालीन सचिव पर गाज गीरना तय है। लेकिन जशपुर जिले मे जांच होती कहां है ? अब देखना होगा इस मामले मे जांच होती भी है या नहीं।
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