रायगढ़ । मनीष पंडा ब्लाइंड मर्डर केस में रायगढ़ पुलिस को सफलता मिली है. नए पुरूष मित्र से पीछा छुड़ाने आरोपित युवती ने अपने पुराने पुरुष मित्र के साथ प्लानिंग कर हत्या को अंजाम दिया था।
पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. सायबर सेल पर्यवेक्षण अधिकारी दीपक मिश्रा के नेतृत्व में पुलिस की तीन टीम बनाई गई थी. एक टीम सीसीटीवी फुटेज की जांच करने, एक टीम फारेंसिक अधिकारियों की मदद से महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाने और एक टीम टेक्निकल एनालिसिस के लिए लगाई गई थी.
आरोपिया के बताए अनुसार शिवम मोटर्स के उसके पुराने सहकर्मी मनीष पंडा के साथ मित्रता पहले से थी, जिसकी जानकारी मनीष की पत्नी को होने पर पूर्व में विवाद भी हुआ था. काम के दौरान उसकी मनीष से नजदीकियां बढने लगी, मनीष उस पर पत्नी की तरह हक जताने लगा, जिससे युवती मनीष से दूरी बनाने लगी. मनीष को रास्ते से हटाने के लिए युवती ने अपने पुराने फ्रेंड महेंद्र पटेल निवासी हरदी झरिया से संपर्क की और पूरी बात बताई।
योजना के मुताबिक 30 जून की रात सरिता सोशल मीडिया अकाउंट से कॉल कर मनीष को घर के पास बुलाई और उसके साथ बाइक में बैठकर ट्रांसपोर्ट नगर नेशनल हाईवे 49 की ओर जाने लगी. प्लान के मुताबिक रास्ते में महेंद्र पटेल अपनी कार में मिला, रास्ते में मनीष पंडा मोटरसाइकिल को खड़ी कर उनके साथ कार में बैठा और तीनों कार में बैठकर मुख्य सडक़ से उतरकर जिंदल सीमेंट प्लांट के पीछे कच्ची सडक़ की ओर जाकर एक स्थान पर रूक गये, जहां सरिता और मनीष के बीच कहासुनी हुई. विवाद बढऩे लगा फिर दोनों के मध्य हाथापाई के बीच सरिता और महेंद्र पटेल ने मिलकर कार में रखे जैक पाना, राड से मनीष पंडा के सर पर ताबड़तोड़ वार कर उसकी हत्या कर दी।