जशपुर। जशपुर जिले में झोलाछाप डॉक्टरों की कोई कमी नहीं है जिले के कई ऐसे गांव हैं जहां झोलाछाप डॉक्टर आसानी से आपको मिल जाएंगे। ऐसे झोलाछाप डॉक्टर घूम-घूम कर गांव में इलाज करते हैं। कई बार इनके इलाज से ग्रामीणों की मौत तक हो जाती है लेकिन भोले भाले ग्रामीण डर की वजह से शिकायत नहीं करते हैं। यही वजह है कि ऐसे झोलाछाप डॉक्टरों का मनोबल दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। ऐसा ही एक मामला संज्ञान में आया है । जशपुर जिले के पत्थलगांव तहसील में करमिटिकरा नाम का एक गांव है। इस गांव में नेशनल हाईवे क्रमांक 43 किनारे जय मातादी मेडिकल स्टोर संचालित है। सूत्र बताते हैं इस मेडिकल स्टोर का संचालक चोरी छुपे मेडिकल स्टोर की आड़ में डॉक्टरी का धंधा भी संचालित कर रहा है। भोले भाले ग्रामीणों से मोटी रकम लेकर यहां इलाज करता है। करमीटिकरा गांव का रहने वाला धरमु राम खुंटे ने बताया लगभग 20 दिन पहले वह जय मातादी मेडिकल स्टोर दवाई लेने के लिए गया था, उसने बताया कि उसके पैर में छोटा सा एक फुंसी के जैसा हो गया था खुजली करने की वजह से उसके पैर में दर्द शुरू हो गया, दर्द होने की वजह से वह जय माता दी मेडिकल स्टोर दवाई लेने के लिए गया था। उसने बताया कि मेडिकल स्टोर में एक लड़की बैठी थी उसने दवाई देने की जगह इंजेक्शन लगाने की सलाह दी और वहीं मेडिकल स्टोर में ही गरीब धरमु राम खुंटे को इंजेक्शन लगा दी। उसने बताया कि घर लौटने के बाद दर्द और सूजन कम होने के बजाय बढ़ गया। धरमु राम खुंटे ने बताया कि वह पूरी रात दर्द से कराहता रहा इसके बाद किसी तरह सवेरे वह गाड़ी बुक करा कर सिविल अस्पताल पत्थलगांव पहुंचा जहां डॉक्टर मिंज ने गंभीर स्थिति को देखते हुए कहा कि मैं इसका इलाज नहीं कर पाऊंगा इसके बाद गरीब धरमु राम खूंटे ने बीएमओ डॉक्टर मिंज से निवेदन किया कि उसे 108 वाहन की सुविधा से किसी अच्छे अस्पताल में पहुंचा दिया जाए लेकिन छुट्टी होने की वजह से उसे 108 वाहन नहीं मिल पाई, ऐसा धरमु राम खुंटे का कहना है। इसके बाद धरमु राम खुंटे किसी तरह अपने परिजनों के साथ पैदल पत्थलगांव बस स्टैंड पहुंचकर बस पकड़ कर रायगढ़ पहुंचा जहां उसकी बेटी के द्वारा मेट्रो हॉस्पिटल रायगढ़ में इलाज कराया जा रहा था लेकिन पैसे के अभाव में गरीब धरमु राम खूंटे को पुन: सिविल अस्पताल पत्थलगांव की शरण में आना पड़ा जहां धरमु राम खुंटे पत्थलगांव सिविल अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में जीवन और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है।
धरमु राम खुंटे ने बताया कि उसके पैर में प्लास्टर किया गया है। अभी भी दर्द इतना है कि वह उठ बैठ नहीं पाता है । बेड में ही टॉयलेट ,बाथरूम करना पड़ता है। उसने बताया कि बीच-बीच में पैर का ड्रेसिंग करना पड़ता है जहां सिविल अस्पताल में पदस्थ ड्रेसर के द्वारा दवाई के लिए, प्लास्टर के लिए पैसे लिया जा रहा है। अभी भी समय रहते यदि धरमु राम खुंटे का अच्छे हॉस्पिटल में इलाज कर दिया जाए तो शायद उसका पैर ठीक हो जाए।
ग्रामीण पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ता और लैब टेक्नीशियन के पार्टनरशिप में चल रहा मेडिकल स्टोर :
पत्थलगांव से लगभग 7 किलोमीटर की दूरी पर नेशनल हाईवे क्रमांक 43 किनारे करमीटिकरा गांव में ग्रामीण पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ता और लैब टेक्नीशियन के पार्टनरशिप में जय माता दी मेडिकल स्टोर संचालित हो रहा है, ऐसा आसपास के ग्रामीण बताते हैं सूत्रों से मिली जानकारी मुताबिक लैब टेक्नीशियन जयप्रकाश गुप्ता सिविल अस्पताल पत्थलगांव में पोस्टेड है वहीं ग्रामीण पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ता ललित यादव भी सिविल हॉस्पिटल पत्थलगांव मे ही पोस्टेड है। ड्रग इंस्पेक्टर मनीष कंवर से मिली जानकारी मुताबिक जय मातादी मेडिकल स्टोर का प्रोपराइटर संगीता यादव है जो कि ललित यादव की पत्नी है वहीं सरगुजा जिले के सीतापुर तहसील के गुतुरमा निवासी श्री निवास गुप्ता को फार्मासिस्ट बनाकर जय मातादी मेडिकल स्टोर का संचालन किया जा रहा है। आसपास के ग्रामीण बताते हैं ललित यादव पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ता और लैब टेक्नीशियन जयप्रकाश गुप्ता के द्वारा एक अनट्रेंड बेरोजगार युवति को जय मातादी मेडिकल स्टोर में फार्मासिस्ट बनाकर बैठाया जा रहा है। कहीं ना कहीं इसी अनट्रेंड युवति के द्वारा ही धरमु राम खूंटे को इंजेक्शन लगाया गया होगा जिसके बाद धरमु राम खुंटे की स्थिति बेहद गंभीर हो गई है।
अब देखना होगा यह समाचार प्रकाशित होने के बाद जिला प्रशासन जय माता दी मेडिकल स्टोर पर कोई कार्यवाही करती है या नहीं।