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जशपुर जिले के पत्थलगांव से बड़ी खबर : मर गई मानवता, ₹500 के लिए डॉक्टर ने बेच दिया अपना ईमान, पोस्टमार्टम करने के एवज में डॉक्टर और स्वीपर ने ले लिए 500-500 रूपए, डॉक्टर शशिकांत स्नेही पर भी पोस्टमार्टम करने के एवज में पैसों की मांग को लेकर लग चुका है आरोप, पढिए पूरी खबर

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जशपुर। जशपुर जिले के पत्थलगांव से मानवता को शर्मसार करने वाली एक घटना निकलकर आ रही है। महज ₹500 के लिए एक डॉक्टर ने अपना ईमान बेच दिया। पोस्टमार्टम करने के एवज में डॉक्टर और स्वीपर ने मिलकर मृतक के परिजनों से पांच ₹500-500 वसूल लिए।

जशपुर जिले के कांसाबेल तहसील के कुड़केलखजरी के रहने वाले मृतक सुभाष कुजूर की पत्नी ने फोन से चर्चा के दौरान बताया कि मंगलवार के दिन उसके पति सुभाष कुजूर अपने खेतों में हल जोतने के लिए गए हुए थे, हल जोतने के बाद खेत के पास ही बैठकर खाना खाने के बाद वह अपने बैलों के लिए घास काट रहे थे घास काटने के दौरान अचानक मूर्छित होकर गिर पड़े इस दौरान उसकी पत्नी भी खेत के पास मौजूद थी। तत्काल उसके पति सुभाष कुजूर को सिविल अस्पताल पत्थलगांव इलाज के लिए ले जाया गया जहां डॉक्टर , सुभाष कुजूर का इलाज कर रहे थे इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गई।

मौत के बाद सुभाष कुजूर के शव का पत्थलगांव चीरघर में पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम के संबंध में मृतक सुभाष कुजूर के परिजन बुरनू राम भगत ने मोबाइल से बातचीत के दौरान बताया कि सुभाष कुजूर का पोस्टमार्टम चीरघर पत्थलगांव में किया गया । उसने बताया की डॉक्टर एवं स्वीपर के द्वारा पीएम करने के एवज में पैसों की मांग की गई जिसके बाद उसके द्वारा डॉक्टर को ₹500 और स्वीपर को ₹500 दिया गया। पैसा लेने के बाद ही डॉक्टर एवं स्वीपर के द्वारा मृतक सुभाष कुजूर के शव का पोस्टमार्टम किया गया।

इस मामले को लेकर हमने पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर राजेंद्र निषाद से फोन पर चर्चा की उन्होंने आरोप को गलत बताया है वहीं जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जीएस जात्रा ने मोबाइल से बातचीत के दौरान बताया कि डॉक्टर को कारण बताओं नोटिस जारी किया जाएगा जांच में सही पाए जाने पर संबंधित डॉक्टर और स्वीपर के खिलाफ एक्शन ली जाएगी।

आपको बता दें बागबाहर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉक्टर शशिकांत स्नेही पर भी पोस्टमार्टम करने के एवज में पैसे मांगने का आरोप लग चुका है । जून 2024 में फरसाबहार के रहने वाले राजू कंडरा अपने घर में आत्महत्या कर लिए थे। आत्महत्या के दिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फरसाबहार में डॉक्टर मौजूद नहीं थे। जिस वजह से फरसाबहार से 9 किलोमीटर दूर बागबाहर में पदस्थ डॉक्टर शशिकांत स्नेही को पीएम के लिए बुलाया गया था । परिजनों का आरोप था कि डॉक्टर स्नेही के द्वारा पैसों की मांग की गई थी और पैसे लेने के बाद ही शव का पोस्टमार्टम किया गया। बताया जाता है इस मामले में जांच भी हुई और जांच के बाद स्वीपर को निलंबित कर दिया गया वहीं डॉक्टर के खिलाफ क्या कार्रवाई हुई किसी को पता नहीं है।

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