जशपुर। जशपुर जिले से बड़ी खबर है। महज 13 साल की दुष्कर्म पीड़िता किशोरी ने सार्वजनिक विकास वाहिनी एनजीओ द्वारा संचालित बालिका गृह के बाथरूम में खुदकुशी कर अपनी इह लीला समाप्त कर ली। सूत्रों से मिली जानकारी मुताबिक दुष्कर्म पीड़िता किशोरी आज प्रातः 9:00 बजे के आसपास बालिका गृह के बाथरूम में जाकर खुदकुशी कर ली। विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी मुताबिक 25 सीटर बालिका गृह में मात्र पांच बालिका निवासरत थी। इस घटना के बाद महिला एवं बाल विकास विभाग की कार्यशैली सवालों के घेरे मे है। जानकारी मुताबिक महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा सार्वजनिक विकास वाहिनी नाम की NGO को बालिका गृह संचालित करने की जिम्मेदारी सौंप गई है। सार्वजनिक विकास वाहिनी द्वारा संचालित बालिका गृह जिला मुख्यालय जशपुर के दरबारी टोली में संचालित है जहां मात्र पांच बालिकाएं ही निवासरत हैं।
सार्वजनिक विकास वाहिनी द्वारा संचालित दरबारी टोली के बालिका गृह में बच्चों के देखरेख के लिए एक अधीक्षिका की भी एनजीओ के द्वारा नियुक्ति की गई है परंतु बताया जा रहा है जिस अधीक्षिका की ड्यूटी बच्चों के देखरेख के लिए लगाई गई है वह अधीक्षिका बालिका गृह में रात के समय नहीं रुकती थी। जशपुर में किराए का मकान लेकर रहती है।
बताया जा रहा है पिछले लगभग 8 वर्षों से दरबारी टोली में सार्वजनिक विकास वाहिनी एनजीओ के द्वारा बालिका गृह का संचालन किया जा रहा है। सूत्र बताते हैं सार्वजनिक विकास वाहिनी NGO को बालिका गृह संचालन करने के एवज में भारी भरकम फंड महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा हर माह उपलब्ध कराया जा रहा है। NGO को अब तक आवंटित किए गए फंड को लेकर बारीकी से जांच की जाए तो महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों पर गाज गिर सकती है।
दुष्कर्म पीड़िता किशोरी के खुदकुशी के संबंध में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सोनी ने बताया कि दुष्कर्म पीड़िता 13 वर्ष की थी। आस्ता थाना क्षेत्र की रहने वाली थी। आस्ता थाने में 15 मार्च को उसके साथ हुए दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज की गई थी। पीड़िता के परिजन नहीं मिलने की वजह से दुष्कर्म पीड़िता किशोरी को जिला मुख्यालय जशपुर में संचालित बालिका गृह में 15 एवं 16 मार्च की दरम्यानी रात सौंपा गया था।
सूत्रों से मिली जानकारी मुताबिक दुष्कर्म पीड़िता किशोरी की माता की मौत हो गई है। पीड़िता अपने पिता के साथ में रहती थी। बताया यह भी जा रहा है कि पिछले कुछ समय से वह बलरामपुर जिले मे अपने किसी रिश्तेदार के घर में रहती थी।
अब देखना होगा इस गंभीर मामले में जांच के बाद किसी के खिलाफ कार्यवाही होती है या नहीं?