जशपुर। बिहार और पश्चिम बंगाल के दो गांजा तस्करो को पुलिस ने 18 किलो 500 ग्राम अवैध गांजा के साथ गिरफ्तार किया है। ओड़िशा का गांजा छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में खपाने की तैयारी थी। पुलिस ने गांजा तस्करों के नापाक मंसूबों पर पानी फेर दिया।
जशपुर जिले में ऑपरेशन आघात के तहत् वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर श्री शशि मोहन सिंह के द्वारा नशे के सौदागरों के खिलाफ कार्यवाही हेतु लगातार जिले के सभी थाना/चौकी प्रभारियों को निर्देशित कर अभियान चलाया जाता रहा है, जिसके परिणाम स्वरूप पुलिस को अवैध मादक पदार्थों के तस्करों को पकड़ने में सफलता भी मिल रही है।
इसी क्रम में जशपुर जिले के थाना कांसाबेल पुलिस की एक टीम नशीली वस्तुओं की पतासाजी हेतु लगाई गई थी, बुधवार 26.03.25 को पुलिस की टीम को, मुखबीर के जरिए एक पुख्ता सूचना मिली कि दो व्यक्ति रांची से कांसाबेल होकर अंबिकापुर जाने वाली, एक कुनाल नाम के बस में अवैध मादक पदार्थ गांजा को छुपाकर परिवहन कर रहे हैं, जिस पर थाना कांसाबेल पुलिस के द्वारा तत्काल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर श्री शशि मोहन सिंह को मामले से अवगत कराते हुए, उनके दिशा निर्देश में त्वरित कार्यवाही करते हुए कांसाबेल मेन रोड पर बस को रोककर घेरा बंदी कर तलाशी ली गई, तलाशी के दौरान दो व्यक्ति क्रमश: पृथ्वी कुमार, उम्र 25 वर्ष, निवासी गोरखपुर संडा, जिला लखीसराम (बिहार) एवं अंशु कुमार उम्र 19वर्ष, निवासी मेंहदी बगान, जिला वर्धमान (पश्चिम बंगाल) के पास से रखे एक बैग व ट्रॉली अटैची से 18 पैकेट, जो कि पीले रंग की प्लास्टिक टेप से कसकर बनाया गया था मिला, जिसे चेक करने पर उसमे अवैध मादक पदार्थ गांजा पाया गया। जिसका कुल वजन 18 किलो 500 ग्राम है। जिसे पुलिस के द्वारा जब्त कर लिया गया । साथ ही दोनो आरोपियों को भी हिरासत में ले लिया गया। जब्त गांजे की बाजार में अनुमानित कीमत लगभग 03 लाख रुपए से अधिक है।
पुलिस की पूछताछ पर दोनों आरोपियों ने बताया कि वे झारसुगुड़ा (उड़ीसा) से गांजा लेकर अंबिकापुर (छग) में बिक्री के लिए ले जा रहे थे। पुलिस के द्वारा दोनों तस्करों से उनके मोबाइल फोन को भी जब्त किया गया है। इतनी भारी मात्रा में अवैध मादक पदार्थ गांजा, कहां से लाया गया था, इस संबंध में पुलिस के द्वारा जांच भी की जा रही है।
आरोपियों के विरुद्ध थाना कांसाबेल में 20(बी) एन डी पी एस एक्ट के तहत् अपराध पंजीबद्ध कर जांच विवेचना में लिया गया है। दोनों आरोपी तस्करों के द्वारा अपराध स्वीकार करने तथा प्रयाप्त अपराध सबूत पाए जाने पर विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है।