संतोष गुप्ता , जशपुर। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियो ने जिले मे पल्सपोलियो अभियान का मजाक बनाकर रख दिया है। बूथ मे बैनर-पोस्टर नहीं होने की वजह से जिले के तपकरा बस स्टैण्ड मे बने बूथ मे बच्चो को पोलियो की दवा पिलाने के लिये लोग बूथ को ढूंढते देखे गये। जिला टीकाकरण अधिकारी आर. एस. पैंकरा को इसकी सूचना देने पर आनन-फानन मे तपकरा के बस स्टैण्ड मे छोटा सा बैनर लगाया गया।

तपकरा के सामुदायिक भवन को भी पोलियो बूथ बनाया गया है, यहां एक बैनर लगाया तो गया है लेकिन इसका साईज इतना छोटा है कि दूर से दिखाई नहीं देता। इस बूथ मे अपने बच्चे को पोलियो की दवा पिलाने आये एक सज्जन ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि इस बार प्रचार-प्रसार नहीं किया गया है जिससे लोगो को इसकी जानकारी नहीं है। बोलियो बूथ मे सबेरे 8 बजे से लेकर 4 बजे तक बच्चो को पोलियो की दवा पिलाना है लेकिन तपकरा के सामुदायिक भवन मे सबेरे 9 बजे से बूथ मे लगे कर्मचारी पहुंचे। आपको बता दे पल्स पोलियो अभियान एक राष्ट्रीय कार्यक्रम है। यह अभियान प्रचार-प्रसार के माध्यम से ही सफल होता है। सरकार के द्वारा इस अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिये प्रचार-प्रसार के नाम पर हर साल लाखो-करोड़ो रूपये आबंटन करता है। लेकिन जिले मे इस पैसै का कैसे उपयोग होता है सभी बड़े अधिकारियो को पता है लेकिन जिले मे ऐसे अधिकारियो के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती। कार्रवाई नहीं होने से ऐसे अधिकारियो के हौसले बुलंद हैं।