जशपुर । विद्युत विभाग और क्रेशर खदान प्रबंधन कि घोर लापरवाही से हाईटेनशन तार के चपेट मे आकर दो दिन पहले 12 साल के बच्चे संजय राम पिता मोहन राम कि दर्दनाक मौत गई वहीं अनिरूद्ध भगत पिता रंजलाल भगत 12 साल, गंभीर रूप से घायल है जिसका ईलाज कुनकुरी हालीक्रास अस्पताल मे चल रहा है। दो दिन पहले गुरूवार कि शाम छह बजे के आस-पास संजय और अनिरूद्ध पंडरीपानी स्थित मेसर्स विनायक क्रेशर उद्योग के कैंपस मे खेल रहे थे जहां पर क्रेशर प्रबंधन ने भारी मात्रा मे डस्ट को डंप करके रखा है। डस्ट कि मात्रा इतनी अधिक है कि डस्ट पहाड़ का रूप ले लिया है। डंप किये गये डस्ट से ही विद्युत विभाग का 11 केबी हाईटेंशन तार गुजरा है। क्रेशर संचालक ने हाईटेंशन तार के लिये खड़ा किये गये विद्युत पोल को नियम विरूद्ध डस्ट से पूरी तरह पाट दिया है। पोल कि पूरी लंबाई मे से आधा से अधिक हिस्सा डस्ट से छिप गया है। इस जगह पर डस्ट को अधिक मात्रा मे डंप करने कि वजह से जमीन और हाईटेंशन तार कि दूरी महज 6 फिट होगी। एक साढ़े पांच फिट का व्यक्ति यदि अपने हाथ को उपर कि ओर करे तो बड़े आराक्ष से हाईटेंशन तार को छू सकता है। वर्षो से क्रेशर मालिक के द्वारा 11 केबी हाईटेंशन तार के पोल को और ट्रांसाफारमर के पोल को डस्ट से पाटता चला जा रहा है लेकिन कुनकुरी का विद्युत विभाग मौन है। समय रहते विद्युत विभाग यदि क्रेशर संचालक को इस लापरवाही के लिये नोटिस देकर कार्रवाई किया होता तो बालक संजय को अपनी जान नहीं गंवानी पड़ी होती। डस्ट से बने पहाड़ को देखकर आस-पास के बच्चे वहां खेलने के लिये लालायीत होते हैं। संजय व अनिरूद्ध के साथ भी गुरूवार कि शाम यही हुआ डस्ट से बना पहाड़ दोनो बच्चो को वहां खेलने के लिये आकर्षित कर लिया। जमीन और हाईटेंशन तार के बीच कि दूरी कम होने कि वजह से दोनो बच्चे तार कि चपेट मे आ गये और यह हादसा हुआ।

इस घटना के संबंध मे कुनकुरी विद्युत विभाग के एई लोकेश नामदेव ने बताया कि उनके द्वारा क्रेशर मालीक को कई बार हाईटेंशन तार के लिये गये पोल के आस-पास डस्ट संधारण नहीं करने कि हिदायत दी गई थी। बावजूद क्रेशर मालिक के द्वारा घोर लापरवाही बरती गई। श्री नामदेव ने बताया कि क्रेशर का विद्युत कनेक्शन काट दिया जायेगा व विद्युत विभाग अंबिकापुर को आगे कि जांच के लिये पत्र लिखा जा रहा है। इस हादसे को लेकर घायल बालक अनिरूद्ध के पिता रंजलाल भगत ने बताया कि उसका पुत्र हाईटेंशन तार कि चपेट मे आकर गंभीर रूप से घायल है जिसका ईलाज कुनकुरी स्थित हालीक्रास अस्पताल मे चल रहा है। रंजलाल भगत ने बताया कि उसका घायल पुत्र अभी होस मे है और बात-चित कर रहा है। रंजलाल भगत ने बताया कि उसका पुत्र अनिरूद्ध ने उसे बताया कि घटना के दिन संजय के साथ वह जैसे ही पहाडनुमा डस्ट के पास पहुंचे दोनो दोस्त डस्ट मे बिजली करंट लगने से डस्ट मे गीरकर बेहोश हो गये। उसके बाद वहां क्या हुआ उसे पता नहीं है। अनिरूद्ध ने उसके पिता को बताया कि घटना के दिन दोनो दोस्त पतले वाले जीआई तार मे पत्थल लपेटकर हाईटेंशन तार के उपर जीआई तार को नहीं फेंका था। आपको बता दें घटना के दिन जब पुलिस घटना स्थल पर पहुंची तो वहां हाईटेंशन तार के उपर पतला जीआई तार पड़ा हुआ था। जीआई तार जमीन को छू रहा था। घायल अनिरूद्ध के पिता ने बताया कि किसी भी ग्रामीण के द्वारा क्रेशर मालीक के हाईवा को नहीं जलाया गया है। क्रेशर मालीक के द्वारा षणयंत्र पूर्वक क्रेशर कैंपस मे पुलिस बल तैनात कराने के उद्देश्य से उनके द्वारा ही हाईवा को आग के हवाले किया गया है। अनिरूद्ध के पिता रंजलाल भगत ने बताया कि क्रेशर मालिक के लापरवाही कि वजह से यह घटना घटी है। क्रेशर मालिक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिये।