रायपुर । राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने जशपुर जिले के दुलदुला विकासखंड के ग्राम झरगांव की अति पिछड़ी जनजाति बिरहोर समाज की 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करने वाली पहली बालिका कुमारी निर्मला को हार्दिक शुभकामनाएं दी है। उन्होंने सुश्री निर्मला की उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। राज्यपाल ने कहा है कि कठिन परिस्थितियां होने के बावजूद निर्मला हिम्मत नहीं हारी और कड़ी मेहनत, लगन और दृढ़ संकल्प के बल पर परीक्षा उत्तीर्ण की। इससे समाज के लोगों को प्रेरणा मिलेगी। राज्यपाल ने कहा कि अति पिछड़ी जनजाति आगे आएं और शासन की योजनाओं का लाभ उठाएं।

कलेक्टर महादेव कावरे ने भी 26 जून को अपने कार्यालय में बिरहोर समाज की कुमारी निर्मला को बारहवीं परीक्षा में 58 प्रतिशत अंक प्राप्त करने एवं छत्तीसगढ में अपने बिरहोर समाज में 12वी परीक्षा उत्तीर्ण करने वाली पहली बालिका को बधाई दी एवं उनका मुंह मीठा कराया था। कुमारी निर्मला दुलदुला विकासखंड के झरगांव की एक समान्य परिवार की रहने वाली है जिसके पिता श्री कुंवर राम एक खेतीहर मजदूर एवं माता श्रीमती बिरसमणी एक घरेलू महिला है। कुमारी निर्मला बताती है उनके परिवार में अनेक आर्थिक कठिनाईयों का सामना करने के बावजूद उसने कभी हार नहीं माना एवं अपनी पढ़ाई जारी रखी। वह बताती है कि उनके समाज में लड़कियों का ज्यादा पढ़ने का मौका नहीं दिया जाता एवं कम उम्र में ही उनकी शादी कर दी जाती है। इसके लिए वह अपने माता पिता को धन्यवाद देती है जिन्होंने लोगों की बातों में ना आकर उसको पढ़ाई करने का मौका दिया। निर्मला के पिता कुंवर राम ने कहा कि निर्मला की आगे की पढ़ाई जारी रखते हुए उसे काॅलेज करायेगे। अपने सपने के बारे में बताते हुए निर्मला ने कहा कि वह काॅलेज में भी अच्छी मेहनत करके शिक्षक बनना चाहती है। जिससे वह समाज की सेवा एवं अपने जैसी दूसरी लड़कियों की मदद कर सके। साथ ही अपने समाज के लोगों में लड़कियो की शिक्षा के प्रति जागरूक कर सके।