जशपुर। जिला मुख्यालय से 70 किलोमीटर दूर फरसाबहार जनपद के सबसे बड़े ग्राम पंचायत तपकरा मे छत्तीसगढ सरकार का महत्वपूर्ण कार्यक्रम ”रोका छेका” का क्रियान्वयन नहीं हो पा रहा है। खड़ी फसल को बर्बाद होने से रोकने के लिये पिछले माह छत्तीसगढ सरकार ”रोका छेका” कार्यक्रम को वृहद रुप से आयोजित कराई थी। आज कलेक्टर महादेव कावरे तपकरा मे बने एस.आर.एल.एम.सेंटर का शुभारंभ करने पहुंचे थे इस दौरान तपकरा के कुछ ग्रामिणो ने तपकरा ग्राम पंचायत मे सर्व सुविधा युक्त कांजी हाउस बनाने की मांग कलेक्टर से की।

ग्रामीणो ने बताया कि तपकरा में कांजी हाउस नहीं होने की वजह से पशु मालिको के द्वारा अपने पशुओ को बेखौफ होकर छोड़ दिया जा रहा है। अवारा पशु किसानो की खड़ी फसल को चट कर जा रहा है जिससे किसानो का पूरे साल का मेहनत पर पानी फिर जा रहा है। किसानो ने कलेक्टर को बताया कि अवारा पशुओ को लेकर ग्राम पंचायत गंभीर नहीं है। ग्राम पंचायत भवन के पास बिना सुविधा वाला, नाम का एक कांजी हाउस है, वह भी पिछले माह शिकायत करने के बाद किसी तरह बनाया गया है। कलेक्टर महादेव कावरे ने ग्रामीणो की समस्या को गंभीरता से लेते हुए फरसाबहार एसडीएम चेतन साहु को अवारा पशु मालिको के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करते हुए थाने मे एफ.आई.आर. करने के निर्दश दिये हैं। अब देखना होगा कलेक्टर के निर्देश का कितना पालन हो पाता है।