जशपुर । गांजा तस्करी को लेकर जशपुर से अब तक की सबसे बड़ी खबर सामने आई है। एक करोड़ रूपये मूल्य के गांजा के साथ महाराष्ट्र के तीन लोगो को जशपुर जिले के तपकरा थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। सबसे बड़ी बात है कि गांजा तस्करी के मुख्य आरोपी पुलिस के गिरफ्त से दूर हैं। जिन तीन लोगो को पुलिस ने गिरफ्तार किया है उन्हें यह पता ही नहीं कि गांजा किसका है और कितनी मात्रा मे है। एस.एस.पी. बालाजी राव सोमावार ने आज तपकरा थाना मे प्रेस कान्फ्रेस कर मामले की पूरी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सीमेंट से भरे ट्रक के बीच मे 450 किलोग्राम गांजा छिपाकर तस्करी की जा रही थी जिसे तपकरा पुलिस ने वाहन जांच के दौरान जब्त किया है । वाहन मे वाहन चालक के अलावा अन्य दो लोग थे, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने मुकेश पिता वामन उम्र 38 साल निवासी गोंदिया महाराष्ट्र, दीपक पिता महेश उम्र 27 साल निवासी गोंदिया महाराष्ट्र एवं निखिल पिता गिरीश दुबे उम्र 30 साल को गिरफ्तार किया है। पुलिस जब्त किये 450 किलोग्राम गांजा का लोकल मूल्य लगभग 50 लाख रूपये आंकती है वहीं अन्य राज्यो मे गांजे की कीमत बीस हजार रूपये प्रति किलोग्राम की दर से लगभग एक करोड़ रूपये होता है।
गांजा तस्करी के आरोप मे गिरफ्तार मुकेश वामन जो कि आयशर ट्रक को चला रहा था, उसने बताया कि ओड़िसा के झारसुगड़ा से आयसर ट्रक मे 150 बोरी अल्ट्राटेक सीमेंट लोड कर मालीक के बताये अनुसार खजुराह लेकर जा रहा था। उसने बताया कि झारसुगड़ा से कुछ किलोमीटर बाद ट्रक खड़ी कर सीमेंट के बीच मे 15 बोरी गांजा डाला गया । उसे यह नहीं पता कि यह गांजा किसका है। आरोपी दीपक और निखिल को भी यह नहीं पता की गांजा किसका है। इससे पहले भी पुलिस जिन लोगो को गांजा तस्करी करते गिरफ्तार किया है वे मुख्य आरोपी नहीं हैं। इस बार तपकरा पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। इस बार देखना होगा क्या पुलिस मुख्य आरोपी तक पहुंच पायेगी या नही।
आपको बता दें ओड़िसा का गांजा देश के कई राज्यो मे सप्लाई होता है। जानकारो की माने तो ओड़िसा राज्य के कई गांवो मे गांजा की खेती बड़े पैमाने पर होती है। यहां गांजा आपकी सोंच से भी सस्ते दर मे बड़े ही असानी मिल जाता है। यही वजह है कि रातो-रात लखपती बनने की चाह मे तस्कर बेखौफ होकर नशे के इस व्यापार को अपना रहे हैं। खासकर उत्तरप्रदेश, बिहार , झारखंड, मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ के गांजा तस्कर बेखौफ होकर इस नशे के व्यापार को अपनाने मे रत्ती भर भी संकोच नहीं करते हैं। तपकरा थाना से महज 20 किलोमीर की दूरी पर ओड़िसा-छत्तीसगढ़ की सीमा लगती है। बिहार, झारखंड व उत्तरप्रदेश के तस्करो के लिये तपकरा होकर अपने राज्यो तक गांजा को पहुंचाना बड़ा आसान होता है। सूत्रो की माने तो तपकरा होते लगभग प्रतिदिन गांजा की तस्करी होती है। बताया जाता है ओड़िसा मे गांजा महज दो हजार रूपये प्रति किलोग्राम की दर से मिल जाया करता है। ओड़िसा का यही गांजा अन्य राज् मे बीस हजार रूपये प्रति किलोग्राम की दर से बीक जाया करता है। वहीं कोचिया नशे करने वाले लोगो को पुड़िया मे बांधकर तोले के भाव बेचते हैं।
तपकरा पुलिस कि इस बड़ी सफलता पर एस.एस.पी बालाजी राव ने पूरी टीम को बधाई दी है।थाना प्रभारी बी. एन. शर्मा को इस सफलता के लिये बधाई देते हुए आगे भी बड़ी सफलता हासिल करने की बात कही है।
![](https://groundreporting.in/wp-content/uploads/2021/03/20210318_171057_compress9-1024x513.jpg)