जशपुर । आदिवासी बाहूल्य जशपुर जिला 21वी सदी के इस आधुनिक समय मे भी अंधविश्वास के मकड़ जाल मे फंसा हुआ है। ऐसा ही एक उदाहरण जशपुर जिले के दोकड़ा चौंकी क्षेत्र मे देखने को मिला। ननद-भाभी मिलकर 50 साल की महिला को डायन कहकर अपमानित करने लगे। दुखी होकर 50 वर्षीय महिला ननद-भाभी के खिलाफ थाने मे रिपोर्ट दर्ज करा दी है। पुलिस ने ननद-भाभी के खिलाफ छत्तीसगढ़ टोनही प्रताड़ना अधिनियम 2005 की धारा 4 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया है।
महिला ने पुलिस को बताया कि, मै राजकुमारी बाई पति इन्द्रनाथ साय उम्र 50 वर्ष निवासी बगिया पेंड्राडीपा की रहने वाली हूँ मेरे गांव की मनिषा बाई पिता लिदेश्वर राम व हितेश्वरी बाई पति मुकेश साय दोनो ननद भाभी मिलकर मुझे और अमिता बाई व मनकुंवेर बाई को 17/03/022 के रात करीब 10 बजे मेरे घर और अमिता बाई व मनकुंवेर बाई के घर पास आकर गाली गलौज करते हुये दोनो ननद भाभी बोल रही थी की ये तीनो महीला जादू टोना करती हैं। जिससे की हम लोग बिमार रहते हैं। हितेश्वरी बाई बोल रही थी की तीनो महिलायें डायन है जादु टोना करती हैं। जादू टोना करने की वजह से मेरा मासिक धर्म आना बंद हो गया है। ऐसा बोलते हुये गांव के शिव बालक साय, रामजू राम, मनपुरन राम सुने है । दोनो ननद भाभी मुझे और अमिता बाई व मनकुंवेर बाई को बोल रहे थे कि तीनों डायन का चोटी पकड कर खींच कर घर से बाहर लायेंगे। जान से मारने की धमकी भी दे रहे थे। हम लोगो को अमिषा बाई, हितेश्वरी बाई डायन टोन्ही हो कहकर बोलते है। जिससे हम लोगो काफी दुखी व प्रताडित है । महिला के रिपोर्ट पर पुलिस धारा 294, 506 भादवि, टोन्ही प्रताडना अधि. 2005 की धारा 4 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर ली है।