पटना । बिहार के मधेपुरा जिले में एक महिला दलाल का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह एक पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) को लडक़ी सप्लाई करने का दावा कर रही है। वायरल वीडियो के अनुसार, महिला दलाल का दावा है कि उसने जिले के सदर अस्पताल के सामने सरकारी आवास में पुलिस अधिकारी को लडक़ी सप्लाई की थी। दलाल ने सहरसा अंचल के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) शिवदीप लांडे के समक्ष दावा किया कि वह मधेपुरा के डीएसपी (मुख्यालय) अमर कांत चौबे को लडक़ी सप्लाई कर रही थी। महिला दलाल ने पुलिस के सामने दावा किया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। महिला ने कहा, पुलिस अधिकारी (मधेपुरा डीएसपी) ने एक कॉल गर्ल को एक घंटे के लिए 300 रुपये दिए थे, जिसके बाद उसने उसे चार बार बुलाया, लेकिन एक रुपया भी नहीं दिया। इससे वह गुस्से में आ गई और उसने बिस्तर के तकिए के नीचे रखे उसका मोबाइल फोन चुरा लिया। वह मोबाइल फोन सहरसा ले गई और स्विच ऑफ कर दिया। मोबाइल फोन मधेपुरा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) राजेश कुमार का था मधेपुरा के एसपी सरकारी छुट्टी पर चले गए और उन्होंने एसपी की जिम्मेदारी डीएसपी मुख्यालय अमरकांत चौबे को दे दी। घटना का पता तब चला, जब सहरसा के डीआईजी शिवदीप लांडे ने मधेपुरा एसपी के आधिकारिक मोबाइल नंबर पर फोन किया जो स्विच ऑफ पाया गया। लांडे को शक हुआ, क्योंकि एसपी राजेश कुमार सरकारी छुट्टी पर थे। इसलिए, पूर्व ने फोन नंबर को सर्विलांस पर रखा और लोकेशन ट्रेस किया। सहरसा में एक-दो बार फोन चालू हुआ। सहरसा में मधेपुरा के एसपी का फोन सक्रिय होने से चौंकाने वाली बात यह थी कि लांडे ने अधिकारी को उस मोबाइल फोन को ले जाने वाले व्यक्ति को जीरो-इन करने का निर्देश दिया। मोबाइल फोन को ट्रेस करने के बाद लांडे ने अधिकारियों से कॉल गर्ल को सहरसा स्थित अपने कार्यालय में लाने को कहा। आरोपी महिला की पहचान एक दलाल के रूप में हुई है, जो सहरसा और उससे सटे मधेपुरा जिले में देह व्यापार का कारोबार चलाती है। इस मुद्दे पर सहरसा के अधिकारी कोई आधिकारिक बयान नहीं दे रहे हैं, लेकिन महिला दलाल से पूछताछ कर रहे सहरसा के पुलिस अधिकारियों का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।