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कैम्पा मद से कराए गए कार्यों की जांच की मांग , कोरबा सांसद प्रतिनिधि एवं ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष संतोष मिश्रा ने सांसद श्रीमती ज्योत्स्ना चरणदास महंत से की शिकायत

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कोरबा । वन विभाग के कोरबा रेंज में पदस्थ परिक्षेत्राधिकारी सियाराम कर्माकर की शिकायत हुई है। कोरबा सांसद के प्रतिनिधि एवं ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष संतोष मिश्रा ने सांसद श्रीमती ज्योत्स्ना चरणदास महंत से शिकायत करते हुए इनकी कार्यशैली व बढ़ते एकाधिकार पर सवाल उठाए हैं। सांसद प्रतिनिधि ने कहा है कि कैम्पा मद से कोरबा रेंजर श्री कर्माकर के द्वारा कराए गए कार्यों की जांच होनी चाहिए। श्री मिश्रा ने रेंजर को अन्यत्र पदस्थापित करने की भी मांग की है। सांसद ने अपने प्रतिनिधि के इस शिकायत पत्र पर कोरबा डीएफओ को टीप लिखते हुए जांच एवं कार्यवाही करने कहा है। विभागीय सूत्रों की मानें तो इन दिनों कोरबा वन मंडल के बालको रेंज में पदस्थ डिप्टी रेंजर संजय लकड़ा जो कि रेंजर का प्रभार संभाल रहे हैं, उन पर भी कुछ खास मेहरबानी बरस रही है। कहने को तो वे डिप्टी रेंजर हैं लेकिन सारा काम रेंजरों वाला कर रहे हैं। ना सिर्फ बालको बल्कि वन मंडल के अन्य क्षेत्रों में होने वाले कामकाज के लिए इन्हें जिम्मेदारी सौंप दी गई है। अंदरूनी सूत्र बताते हैं कि दूधीटांगर से फुटका पहाड़ के मध्य 14 किलोमीटर की डीएमएफ से बनने वाली डब्ल्यूबीएम सडक़ के मामले में जो कमाल रेंजर ने दिखाया है और अभी भी दिखा रहे हैं, उससे अधिकारी काफी प्रभावित हैं। पूर्व में बालको प्रबंधन द्वारा बॉक्साइट खनन के लिए फुटका पहाड़ तक बनवाई गई। इस सडक़ पर कराए जा रहे डब्ल्यूबीएम निर्माण जिसकी लागत लगभग 5 करोड़ है, उसे पहले ही गैरजरूरी बता दिया गया। यहां पूर्व से सडक़ मौजूद थी जिस पर लीपापोती करते हुए करोड़ों रुपए का गबन करने के लिए काम किया जा रहा है। ठेकेदार और विभागीय तौर पर सांठगांठ से डीएमएस के पैसे का दुरुपयोग ही हो रहा है क्योंकि डब्ल्यूबीएम की सडक़ जिस मानक के साथ निर्मित होनी चाहिए वह तो यहां दिख ही नहीं रहा है। अभी तो बरसात का बहाना है लेकिन इससे पहले जितनी सडक़ बनी, वह घोटाला की कहानी बताने के लिए पर्याप्त है।

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