रायपुर । छत्तीसगढ़ में अब मौसम विज्ञान उन्नत होने जा रहा है। प्रदेश में पहला डाप्लर राडार इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में स्थापित होगा। इसकी मदद से अब मौसम की सटीक जानकारी ब्लाक स्तर पर भी मिल जाएगी।
यह राडार को राजधानी में स्थापित किया जाएगा। क्यूमोलोनिंबस क्लाउड यानी मौसम के स्थानीय प्रभाव व लोकल सिस्टम से बने बादलों के कारण कहीं भी और कभी भी अचानक बारिश कराने वाले बादलों की जानकारी अब एक-दो घंटे पहले ही मिल जाएगी। कहां और किस जगह पर इस तरह के बादल बनेंगे और उससे कहां बारिश हो सकती है। यह सेटअप 10 करोड़ की लागत से तैयार होगा।
दरसअल, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल की अध्यक्षता में मंगलवार को इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय तथा भारत मौसम विज्ञान मंत्रालय, नई दिल्ली के बीच डॉप्लर राडार की स्थापना के लिए अनुबंध हुआ। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय ने इसके लिए जमीन दी है। स्थापना की लागत तथा परिचालन व्यय भारत मौसम विज्ञान मंत्रालय करेगा।