बिलासपुर । छत्तीसगढ़ के नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल के बेटे पलाश चंदेल ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। उसके ऊपर हुई एफआईआर निरस्त कराने के लिए मंगलवार को याचिका दायर की गई है। इस मामले में 10 फरवरी को सुनवाई होगी। पलाश चंदेल पर आदिवासी युवती से दुष्कर्म का आरोप है। उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद से ही वह फरार है और पुलिस उसे पकडऩे के लिए छापे मार रही है।
यौन शोषण को लेकर युवती ने रायपुर के महिला थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। इसे संबंधित जांजगीर-चांपा जिले के थाने को भेज दिया गया है। पुलिस इस मामले में लगातार पलाश की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है। वहीं दूसरी ओर पलाश ने हाईकोर्ट में रिट पिटीशन दायर की। इसमें युवती पर झूठा आरोप लगाते हुए शिकायत की बात कही गई है। मामले में जस्टिस संजय के अग्रवाल की डीविजन बेंच सुनवाई करेगी।
युवती ने करीब चार दिन पहले 19 जनवरी को रायपुर में एफआईआर दर्ज कराई थी। इसके बाद रायपुर पुलिस ने केस डायरी जांजगीर भेज दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी एसपी विजय अग्रवाल ने एसडीओपी चंद्रशेखर परमा के नेतृत्व में एक स्पेशल जांच टीम का गठन किया है। इसने साइबर एक्सपर्ट और एफएसएल टीम के साथ शनिवार को भी घटना स्थल का निरीक्षण किया और सबूत एकत्र किए थे।
युवती ने पुलिस को बताया है कि पलाश चंदेल ने उसे शादी का प्रस्ताव दिया था। शादी के नाम पर चार सालों तक शारीरिक शोषण करता रहा। साल 2021 में वह गर्भवती हो गई थी, लेकिन पलाश ने उसे गर्भपात की गोली खिला दी। युवती ने पलाश पर मारपीट का भी आरोप लगाया है। यह भी आरोप है कि पलाश अपने पिता के रुतबे का डर दिखाकर उसे धमकाता था। साथ ही नौकरी से निकलवाने की भी धमकी दी थी।