जशपुर। पूर्व सेवा गणना शिक्षक मोर्चा के प्रांतीय आह्वान पर ज़िला मुख्यालय जशपुर में एक दिवसीय धरना दिया गया। धरने में ज़िले के हज़ारों शिक्षक शामिल हुए। शाम को 4 बजे रैली निकालकर ज़िला कार्यालय पहँचे और मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री, मुख्य सचिव के नाम ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा गया। धरना स्थल रणजीता स्टेडियम के समीप 10 बजे से ही ज़िले भर के शिक्षक एकत्र होने लगे। जिला संचालक अनिल श्रीवास्तव, संतोष कुमार टांडे, विनय कुमार सिंह, प्रांतीय उपसंयोजक जयेश सौरभ टोपनो, अनिल कुमार रावत, अर्जुन रत्नाकर, रूपेश कुमार पाणिग्राही, गोविंद मिश्रा, मुनेश्वर राम, सबेत यादव, दमयंती पैंकरा, खेमराज साहू सहित अन्य पदाधिकारियों ने शिक्षकों को संबोधित किया। जिला संचालक अनिल श्रीवास्तव ने कहा कि पुरानी पेंशन हमारे बुढ़ापे का सहारा है। सरकार हमे 2018 से पुरानी पेंशन देकर हमारे साथ छलावा कर रही है। जिला संचालक संतोष कुमार टांडे ने कहा कि सरकार को हमारी मांगे माननी पड़ेगी। हम नियुक्ति तिथि से पुरानी पेंशन लेकर रहेंगे। इसके लिए हमे संगठित होकर आंदोलन करना होगा। ज़िला संचालक विनय कुमार सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि हमारी नियुक्ति 1998 में हुई और 2012 से नवीन पेंशन योजना हमारे लिए लागू की गई। अब सरकार हमे पुरानी पेंशन दे रही है तो नियुक्ति तिथि से इसका लाभ प्रदान किया जाए। अगर नियुक्ति तिथि से पुरानी पेंशन का लाभ नही मिलता तो हम लोग मजबूर होकर आंदोलन की राह पकड़ेंगे।

क्या हैं 5 सूत्रीय मांगे :
मोर्चा के मीडिया प्रभारी सैय्यद सरवर हुसैन और मो अफ़रोज़ खान ने बताया कि मोर्चा 5 सूत्रीय मांगों के लिए आंदोलन कर रहा है। जिनमे पूर्व सेवा के आधार पर पुरानी पेंशन की गणना। केंद्र सरकार की तर्ज पर पूर्ण पेंशन हेतु अर्हकारी सेवा 20 वर्ष किया जाए। साथ ही ओपीएस अथवा एनपीएस विकल्प पत्र भरने के लिए कम-से-कम 3 माह का समय दिया जाए। सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति दूर की जाए। जनघोषणा पत्र में उल्लेखित क्रमोन्नत समयमान वेतन का लाभ दिया जाए।