रायपुर । छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला मामले की जांच कर रही ईडी की टीम ने आज तडक़े ही राजधानी के एक बड़े कारोबारी के यहां दबिश दी है। वहीं दुर्ग में भी सीबीआई की टीम ने करोड़ों के शेयर घालमेल मामले में एक व्यापारी के घर में दबिश दी है। बताया जाता है कि सीबीआई को आता देख सीए ने महत्वपूर्ण पेपर्स जलाकर नष्ट कर दिया।
पहली खबर राजधानी रायपुर से निकलकर आ रही है। बताया जाता है कि यहां देवेन्द्र नगर इलाके में प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने करोबारी गुरू चरण होरा के घर में दबिश दी है। यह कार्रवाई राज्य में कथित 2 हजार करोड़ रूपए के शराब घोटाले से जुड़ी बताई जा रही है। सुबह करीब 5 बजे ईडी की टीम ने श्री होरा के घर में दबिश देकर अपनी जांच शुरू कर दी है। इसके पूर्व इस मामले में अनवर ढेबर पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। अनवर ढेबर को राजधानी रायपुर के ग्रैंड इम्पीरिया होटल से पकड़ा गया था। यह होटल कारोबारी होरा के ही अधीन में है। ईडी के अनुसार अनवर ढेबर के अवैध धंधे में गुरूचरण होरा के साझेदारी की भी बात सामने आ रही है। बहरहाल ईडी की टीम होरा के निवास व कार्यालय की सघन जांच-पड़ताल कर रही है।
सीबीआई ने दुर्ग में संभाला मोचा :
दूसरी ओर दुर्ग के पदमनाथपुर में सीबीआई की टीम ने मिनी स्टेडियम के सामने रहने कोठारी निवास और उनके कार्यालय में एक साथ दबिश दी है। बताया जाता है कि कारोबारी सुरेश कोठारी और उसके सीए भाई श्रीपाल कोठारी के घर की जांच की जा रही है। इन पर करोड़ों के शेयर्स में घालमेल करने का आरोप है। बताया जाता है कि सीबीआई टीम को देखते ही सीए श्रीपाल कोठारी ने कई महत्वपूर्ण दस्तावेजों को जलाकर नष्ट कर दिया। सूत्रों की माने तो दुर्ग के सुरेश कोठारी, सिद्धार्थ कोठारी और सीए श्रीपाल कोठारी के खिलाफ 420, 467, 468, 471, 406, 120 बी के तहत अपराध दर्ज किया गया था। यह केस कोलकाता में दर्ज है। दर्ज मामले के अनुसार वर्ष 2005 में शिकायतकर्ता प्रकाश जयसवाल ने रजत बिल्डकॉन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के 40,000 शेयर खरीदे थे। इन शेयर्स की वर्तमान कीमत लगभग 54 करोड़ है। सुरेश कोठारी और उनके भाइयों ने जयसवाल के शेयर्स को धोखे से अपने नाम कर लिया था। प्रकरण की सुनवाई अभी न्यायालय में चल रही है।