पत्थलगांव (जशपुर ) दिपेश रोहिला । जिले में मानसून की धमक के बाद शुरुआती बारिश से लोगों ने राहत की सांस ली थी। और लोगों ने घरों में गर्मियों के दिनों में लगे कूलर ढंक कर रख दिए थे। जिसके बाद करीब 1 हफ्ते तक इंद्रदेव नाखुश रहे और उमस होने से यहां लोगों के पसीने छूटने लगे थे। मगर अब बीती रात क्षेत्र में हुई झमाझम बारिश से लोगों ने राहत की लंबी सांस ली है। जहां एक ओर आसमान से किसानों के लिए आफत बरस रही है। तो वहीं दूसरी ओर देर रात हुई बारिश से लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। लोगों का कहना है कि इस वर्ष की पहली झमाझम बारिश में ही आसपास क्षेत्रों के खेत, नहर,कुएं,तालाब,नदी,नाले पूरी तरह से लबालब हो चुके हैं। लगभग 4–5 घंटे हुई बरसात से खेतों ने तालाब का रूप धारण कर लिया है।किसानों के खेतों में जल भराव करीब 5 से 6 फिट हो चुका है।
इस तरह का नजारा कई दशकों बाद इलाके में देखने को मिल रहा है। बारिश इतनी अधिक हुई कि सड़कें तक जलमग्न हो गई। कई जगहों पर आवागमन में भी ग्रामीणों को भारी दिक्कतें झेलनी पड़ रही है। जिससे स्कूली बच्चों को भी सड़कों पर जलजमाव से जूझना पड़ रहा है। वहीं किसान दिनेश महंत, क्षमानिधि चौधरी का कहना है कि बीती रात मूसलाधार बारिश होने से खेतों में बने मेड को नुकसान पहुंचा है। क्षेत्र में कई किसानों द्वारा बीज बो दिया गया है जो तेज बारिश में बहने से किसानों को नुकसान पहुंचा है।
आपको बता दें कि सावन महीने के शुरुआती दौर में ही पूरे क्षेत्र के खेत और खलिहान पानी से लबालब हो गए हैं। बीती रात हुई झमाझम बारिश से अब किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं।जिससे उनकी बोवाई के बीज बहने से फसलों को भारी नुकसान होने का अनुमान अभी से लगाया जा सकता है।