जशपुर । इस साल फरसाबहार एसडीएम ने लवाकेरा निवासी राजेश साहू के कब्जे से 30 नवंबर 2024 को 22 क्विंटल अवैध धान जब्त किया है। आपको बता दें पिछले साल फरसाबहार सहायक खाद्य अधिकारी ने 29 नवंबर 2023 को 25 क्विंटल अवैध धान लवाकेरा निवासी राजेश साहू से ही जब्त किया था। अवैध धान को समडमा धान खरीदी केंद्र में खपाने की तैयारी थी।
कलेक्टर श्री रोहित व्यास के मार्गदर्शन में फरसाबहार एसडीएम आर. एस. लाल और राजस्व विभाग की टीम ने लवाकेरा के पास अवैध धान से भरी पिकअप वाहन को जब्त किया है । एसडीएम श्री लाल ने बताया कि पिकअप वाहन में 22 क्विंटल धान है जो लवाकेरा निवासी राजेश साहू का है। फिलहाल अवैध धान से भरी पिकअप को एसडीएम के द्वारा तपकरा थाना को सुपुर्द किया गया है ।

जशपुर जिले में धान बिचौलिए सक्रिय हो गए हैं। पिछले साल तत्कालीन सहायक खाद्य अधिकारी फरसाबहार मोहम्मद अलाउद्दीन खान ने 29 नवंबर 2023 की शाम के लगभग 8:00 बजे 25 क्विंटल अवैध धान लवाकेरा निवासी राजेश साहू के कब्जे से जब्त किया था। सूत्रों से मिली जानकारी मुताबिक ओड़िशा का धान जशपुर जिले के धान उपार्जन केन्द्रो में खपाने की तैयारी चल रही है। आपको बता दें धान बिचौलिए दूसरे किसान के नाम से हजारों क्विंटल धान बेचकर हर साल मालामाल हो रहे हैं । छत्तीसगढ़ की तरह उड़ीसा में भी भाजपा की सरकार है उड़ीसा में प्रति एकड़ 13 क्विंटल धान ही सरकार खरीद रही है वहीं छत्तीसगढ़ में प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान सरकार खरीद रही है। यही वजह है कि उड़ीसा में बिचौलियों को बड़े ही आसानी से कम कीमत में धान मिल जाया करता है। बताया जा रहा है उड़ीसा में 20 से ₹21 प्रति किलो के दर से धान आसानी से मिल जाता है। यही वजह है कि बिचौलिए उड़ीसा से धान छत्तीसगढ़ में लाकर खपाते हैं।
पिछले साल सहायक खाद्य अधिकारी अलाउद्दीन खान ने कि समडमा के पास पिकअप में लदी लगभग 25 क्विंटल धान जब्त किया था। अवैध धान से लदी पिकअप वाहन को तपकरा थाना को सुपुर्द किया गया था। अवैध धान व पिकअप वाहन लवाकेरा निवासी राजेश साहू का था।
आपको बता दें खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर पंजीकृत किसानों से धान खरीदी का कार्य 14 नवम्बर 2024 से प्रारंभ हो गया है। किसानो की सुविधा हेतु छत्तीसगढ़ शासन खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण द्वारा जशपुर जिले में 24 समिति के 46 धान उपार्जन केन्द्र संचालित है। खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में 05 नवीन धान उर्पाजन केन्द्र प्रारंभ किया गया है। इनमें धान उर्पाजन केन्द्र कस्तुरा, फरसाकानी, चेटबा, समडमा और गाला शामिल हैं।