जशपुर । जशपुर जिले के बागबाहर थाना क्षेत्र के ग्राम छातासराई से एक बड़ी खबर निकलकर आई है। 3 साल की मासूम खुशी को सगे बड़े पिता ने दौली से वारकर सिर, धड़ से अलग कर दिया । इस घटना के बाद जहां पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है वहीं मासूम खुशी के मां का रो-रो कर बुरा हाल है।
पुलिस से मिली जानकारी मुताबिक यह हृदय विदारक घटना 5 मार्च के लगभग दोपहर 2 बजे की बताई जा रही है। बताया जा रहा है आरोपी रामप्रसाद नाग 5 मार्च को लगभग दोपहर के 1:30 बजे अपने घर में था। इस दौरान उसका छोटा भाई राजाराम नाग और उसकी पत्नी रीता नाग भी घर में ही मौजूद थे। इसी समय किसी बात को लेकर आरोपी राम प्रसाद नाग घर में गाली गलौज कर रहा था। जिसे सुनने के बाद मासूम खुशी के पिता राजाराम नाग अपने पिता पाति राम नाग, जो की बकरी चराने के लिए खेत की ओर गया हुआ था, उसे बुलाने के लिए चला गया। दोपहर के लगभग 2:00 बजे जब वह पिता के साथ घर लौटा तो उसकी आंखे फटी की फटी रह गई। बड़ा भाई रामप्रसाद नाग के हाथ में एक दौली था और वह दौली खून से सना हुआ था और मासूम बच्ची खुशी घर पर दिखाई नहीं दे रही थी। इसी बीच राजाराम अपनी पुत्री को ढूंढते हुए आरोपी रामप्रसाद नाग के कमरे की ओर भागा जहां मासूम बच्ची खुशी का शव कमरे में पड़ा हुआ था। धड़ अलग था और मासूम बच्ची का सिर मिट्टी के चूल्हे के अंदर पड़ा हुआ था। इस घटना के सूचना मिलते ही बागबाहर पुलिस मौके पर पहुंच गई थी और आरोपी रामप्रसाद नाग को हिरासत में लेकर थाना पहुंची। बागबाहर पुलिस आरोपी राम प्रसाद नाग को गिरफ्तार करने के बाद आज गुरुवार को न्यायालय में पेश की थी जहां न्यायालय के आदेश पर आरोपी राम प्रसाद नाग को जिला जेल जशपुर दाखिल कर दिया गया है।
सूत्रों से मिली जानकारी मुताबिक आरोपी रामप्रसाद नाग की दिमागी हालत ठीक नहीं है। बताया जा रहा है परिजन इसका इलाज गांव में ही कहीं करा रहे थे। लोग यह भी अनुमान लगा रहे हैं कि दिमागी हालत ठीक नहीं होने की वजह से आरोपी रामप्रसाद नाग के द्वारा इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया गया होगा। पुलिस के मुताबिक आपसी विवाद और बच्ची के द्वारा घर में गंदगी फैलाने से गुस्से में आकर आरोपी ने हत्या जैसे गंभीर अपराध को अंजाम दिया है।
एसएसपी शशि मोहन सिंह ने बयान जारी कर बताया है कि बागबाहर के मर्डर केस में कुछ लोग बिना किसी तथ्य और आधार के नर बलि की बात कर रहे हैं, जो सरासर गलत है। पुलिस के विवेचना में कहीं भी इस तरह के तथ्य नहीं आए हैं। पारिवारिक विवाद पर हत्या को आरोपी द्वारा अंजाम दिया गया है। गांव के कुछ अनपढ़ और अंधविश्वासी लोगों के दिमाग की ये उपज है। एसएसपी ने कहा कि मैं ये बात बहुत जिम्मेदारी और तथ्य पर कह रहा हूं। आरोपी की मानसिक स्थिति को लेकर भी कुछ बात आ रही है पर वो विवेचना का विषय है। ग्रामीण स्तर पर ही उसका कहीं इलाज चल रहा था। हम उस बात का पता लगा रहे हैं। पर नर बलि जैसी बेबुनियाद बात बिल्कुल भी नहीं है।