Home छत्तीसगढ़ ट्रेन हादसे में मृतक का शव पहुंचा गृह ग्राम चटकपुर, परिजनों ने...

ट्रेन हादसे में मृतक का शव पहुंचा गृह ग्राम चटकपुर, परिजनों ने सीएम कैंप कार्यालय बगिया पहुंच कर लगाई थी गुहार, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का जताया आभार

385
0
4 (1)
3 (2)
2 (1)
1 (1)
8 (1)
7 (1)
6 (1)
5 (1)
12 (1)
11 (1)
10 (1)
9 (1)
16 (1)
15 (1)
14 (1)
13 (1)
20 (1)
19 (1)
18 (1)
17 (1)
24
23
22
21
28
27
26
25
32
31
30
29
36
35
34
33
40
39
38
37
4 (1) 3 (2) 2 (1) 1 (1) 8 (1) 7 (1) 6 (1) 5 (1) 12 (1) 11 (1) 10 (1) 9 (1) 16 (1) 15 (1) 14 (1) 13 (1) 20 (1) 19 (1) 18 (1) 17 (1) 24 23 22 21 28 27 26 25 32 31 30 29 36 35 34 33 40 39 38 37

जशपुर। ट्रेन हादसे से जान गंवाने वाले युवक नवरतन राम का शव आखिरकार उनके गृह ग्राम चटकपुर पहुंच गया। शव पहुंचने से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। 21 वर्षीय नवरतन राम, पिता बिहारी राम का निधन आंध्रप्रदेश के गुडूर रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे में हो गया था। शव को लाने में शुरुआत में परिजनों को कठिनाई हो रही थी, जिसके बाद उन्होंने सीएम कैंप कार्यालय बगिया में गुहार लगाई।परिजनों की मांग पर त्वरित संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के कैंप कार्यालय से आवश्यक निर्देश जारी किए गए। सीएम कैंप कार्यालय के निर्देश के बाद कलेक्टर श्री रोहित व्यास ने तत्परता दिखाई और आवश्यक समन्वय कर शव वाहन की व्यवस्था कराई गई।और आज तड़के सुबह नवरतन राम का शव गुडूर, आंध्रप्रदेश से उनके गांव चटकपुर पहुंचा।

मृतक के अंतिम दर्शन के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीणजन जुटे रहे। पूरे गांव में गमगीन माहौल देखा गया। परिवार ने शोक संतप्त हृदय से मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय एवं प्रशासन का आभार जताया, जिनके प्रयासों से शव समय पर गांव पहुंच सका।परिजनों ने कहा कि संकट की इस घड़ी में सरकार ने संवेदनशीलता दिखाई और मदद पहुंचाई, जिसके लिए वे सदैव कृतज्ञ रहेंगे।

सीएम कैंप कार्यालय बगिया बना लोगों के लिए वरदान :

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय द्वारा बगिया को सीएम कैंप कार्यालय का दर्जा दिए जाने के बाद यह क्षेत्र आमजन के लिए किसी वरदान से कम नहीं साबित हो रहा है। यहां प्रतिदिन दर्जनों ग्रामीण अपनी समस्याएं लेकर पहुंच रहे हैं, और उन्हें तत्काल राहत भी मिल रही है।ग्रामीणों का कहना है कि पहले छोटी-छोटी समस्याओं के समाधान के लिए उन्हें कई दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ते थे, लेकिन अब बगिया में ही मुख्यमंत्री कार्यालय के प्रतिनिधियों के माध्यम से उनकी बात सीधे शासन-प्रशासन तक पहुंच रही है। इससे न केवल समय की बचत हो रही है, बल्कि न्याय की उम्मीद भी बढ़ी है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here