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आकांक्षा’ से दुलदुला बनेगा शिक्षा का सिरमौर,कलेक्टर के आह्ववान पर शिक्षकों ने लिया संकल्प

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जशपुर। प्राथमिक शिक्षा गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए जशपुर जिले के दुलदुला ब्लाॅक में संचालित आकांक्षा प्रोजेक्ट के माध्यम से दुलदुला विकासखंड को सर्वश्रेष्ठ विकासखंड बनाने का संकल्प वहां के शिक्षकों एवं बीआरसी ने लिया। आकांक्षा प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन के लिए जिला प्रशासन यूनिसेफ एवं रूम-टू-रीड के संयुक्त तत्वाधान में दुलदुला ब्लाॅक के 109 प्राथमिक शालाओं के शिक्षकों को 4 दिन का गहन प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कलेक्टर निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने आज दुलदुला पहुंचकर प्रशिक्षण का जायजा लिया। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी एन.कुजूर, संकल्प के प्राचार्य विनोद गुप्ता, यूनिसेफ की कंस्टलेंट सुश्री शिखा राणा विशेष रूप से उपस्थित थे।


कलेक्टर निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने कहा कि जिले में प्राथमिक शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा यूनिसेफ की मदद से आकांक्षा प्रोजेक्ट शुरू किया गया है। इसका उद्देश्य बच्चों के भाषा-ज्ञान को बेहतर बनाकर पढ़ाई लिखाई को रूचिकर बनाना है। उन्होंने कहा कि दुलदुला में यह प्रोजेक्ट पाॅयलेट के रूप से शुरू किया गया है। इसको सफल बनाना आपसब की जिम्मेदारी है। बेहतर परिणाम के आधार पर ही आने वाले दिनों में इसको जिले के अन्य विकासखंडों में लागू किया जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि आप सब को अध्ययन और अध्यापन का तौर तरीका सीखने का एक नया अवसर मिला है। आप अच्छे से प्रशिक्षण प्राप्त करें और बच्चों का भविष्य गढ़े। कलेक्टर ने शिक्षकों के उत्साह को देखते हुए उम्मीद जताई की दुलदुला ब्लाॅक प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर परिणाम देगा। कलेक्टर ने इस मौके पर आकांक्षा प्रोजेक्ट के लिए विशेष तौर पर प्रकाशित पुस्तकों का सेट भी शिक्षकों को प्रदान किया।
इस मौके पर जिला शिक्षा अधिकारी एवं प्राचार्य विनोद गुप्ता ने भी शिक्षकों को संबोधित किया और शिक्षकों का आहवान किया कि अपने विद्यालय को वह सर्वश्रेष्ठ विद्यालय के रूप विकसित करें। यूनिसेफ की सुश्री शिखा ने कहा कि प्रशिक्षण में आए सभी शिक्षक पूरे मनोयोग से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है। निश्चित तौरपर हमें बेहतर परिणाम मिलेगा। उन्होंने कहा कि शिक्षकों काा डिमाॅसटेशन अच्छा रहा है। इस प्रोजेक्ट के माॅनिटरिंग और सपोर्ट के लिए भी यूनिसेफ सिस्टम तैयार करेगा। इस मौके पर प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे शिक्षकों ने भी बताया कि आईडू, वीडू, एण्ड यू डू, के माध्यम से भाषा को सरल तरीके से सीखने और सीखाने का तरीका बेहद प्रभावशाली है। इसके जरिए बच्चों के भाषा ज्ञान को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
ज्ञातव्य है कि जशपुर जिले में शुरू किए गए आकांक्षा नामक अभिनव कार्यक्रम को मूर्त रूप देने के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षण देने के लिए 4 दिसम्बर से शुरू हुआ है। यहां यूनिसेफ की सुश्री शिखा राणा के मार्गदर्शन में यूनिसेफ और रूम-टू-रीड के 8 विशेषज्ञ 140 चयनित शिक्षकों, संकुल केन्द्र समन्वयकों एवं शिक्षा अधिकारियों को 4 दिन का प्रशिक्षण दे रहे है।

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