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जशपुर प्रदेश का पहला जिला जहां एनी डिवाइस से दृष्टिबाधित बच्चे सीखेंगे ब्रेल लिपि

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संतोष गुप्ता, जशपुर। कलेक्टर निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर की विशेष पहल पर जशपुर नगर के गम्हरिया ग्राम में संचालित दृष्टिबाधित बच्चों की प्राथमिक शाला मे अब एनी इलेक्ट्राॅनिक डिवाईस से ब्रेल लिपि की पढ़ाई होगी। कलेक्टर क्षीरसागर ने बताया कि इस शाला में ब्रेल लिपि की स्मार्ट क्लास के लिए पृथक से एक विशेष कक्ष तैयार किया गया है, जहां एक साथ 20 बच्चे बैठकर एनी इलेक्ट्राॅनिक डिवाईस के माध्यम से ब्रेल लिपि की शिक्षा प्राप्त करेंगे। जशपुर प्रदेश का पहला ऐसा जिला है, जहां दृष्टिबाधित बच्चों के लिए जिला प्रशासन ने डीएमएफ मद से ब्रेल लिपि की शिक्षा की आधुनिक व्यवस्था सुनिश्चित की है।


जशपुर में समाजकल्याण विभाग द्वारा दृष्टिबाधित बच्चों के लिए संचालित स्कूल में वर्तमान में 13 बच्चे प्राथमिक शिक्षा प्राप्त कर रहे है। यहां पदस्थ ब्रेल लिपि के शिक्षकों को थिंकर बेल लैब के विशेषज्ञों द्वारा विधिवत प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। थिंकर बेल लैब के अमन एवं अविकांत ने एनी डिवाईस से ब्रेल लिपि के अध्ययन-अध्यापन के बारे में गहन जानकारी दे रहे है। अमन ने बताया कि इससे पहले रांची में संचालित दृष्टिबाधित बच्चों के स्कूल में एनी डिवाईस के माध्यम से अध्ययन अध्यापन की सुविधा उपलब्ध है। जशपुर का यह स्कूल इस पूरे अंचल का दूसरा स्कूल है, जहां एनी डिवाईस से दृष्टिबाधित बच्चों को अध्ययन अध्यापन की सुविधा मिली है। उन्होंने बताया कि एनी डिवाईस ब्रेल स्मार्ट क्लास के लिए विशेष तौर पर तैयार की गई है। इस इलेक्ट्रॉनिक डिवाईस के माध्यम से दृष्टिबाधिक बच्चे किसी भी भाषा में किसी भी भाषा की ब्रेल लिपी को सहजता से सीख सकते है। इस डिवाईस का प्रयोग ऑनलाईन एवं ऑफलाईन दोनों स्थिति में किया जा सकता है। डिवाईस के माध्यम से ब्रेल लिपि के अध्ययन अध्यापन के दौरान वाईस के माध्यम से स्पष्ट जानकारी दृष्टिबाधित बच्चों को मिलती है। यह डिवाईस ब्रेल टाईपराईटर एवं ब्रेल लिपि सीखने के वर्तमान माध्यम से कई गुना हाईटेक एवं सहज है। गम्हरिया के विशेष शाला में लगाए गए एनी डिवाईस हिन्दी और अंग्रेजी वर्जन में ब्रेल लिपि की प्राथमिकता की शिक्षा दी जा सकती है। थिंकर बेल लैब द्वारा इस डिवाईस के माध्यम से माध्यमिक स्तर तक की शिक्षा के लिए एप्लिकेशन तैयार किया जा रहा है। जिसे आॅनलाईन अपडेट भी किए जाने की व्यवस्था है। एनी डिवाईस के माध्यम से अध्ययन-अध्यापन की माॅनिटरिंग भी आॅनलाईन किए जाने की सुविधा है। प्रत्येक बच्चे द्वारा इस डिवाईस के माध्यम से अध्ययन किए गए अध्याय और उसके परफाॅर्मेन्स की रिर्पोट भी देखी जा सकती है।

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