रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार को गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही जिले का उद्घटान करते हुए कहा कि अलग जिला बन जाने से इस दूरस्थ क्षेत्र के विकास को ही गति नहीं बल्कि यहां की समृद्ध संस्कृति को भी आगे बढ़ाने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ की तर्ज पर-गढ़बो नवा गौरेला, पेन्ड्रा अऊ मरवाही। मुख्यमंत्री बघेल ने पेण्ड्रारोड के गुरुकुल विद्यालय परिसर में विशाल जनसमूह और जन-प्रतिनिधियों की मौजूदगी में प्रदेश के 28वें जिले का उद्घाटन किया। उन्होंने इस मौके पर कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि अरसे से की जा रही इस मांग को पूरा करने का सौभाग्य उन्हें प्राप्त हुआ है। आज पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और इस क्षेत्र के स्वप्नदृष्टा स्वर्गीय श्री राजेन्द्र प्रसाद शुक्ल की जयंती के अवसर पर यह जिला आकार ले रहा है। यह क्षेत्र अपने साथ अद्भुत विरासत समेटे हुए है। नर्मदा नदी और अरपा नदी का यह इलाका उद्गम स्थल है। यहां वन्य औषधियों, वन्य संपदा की विविधता है। यह क्षेत्र भालू जैसे वन्य जीवों के लिए भी जाना जाता है। लेकिन सबसे बड़ी विशेषता यहां के लोगों की बोली है, जो बहुत मधुर है। इस क्षेत्र का विकास अब नये जिले की जरूरतों के अनुसार होगा, जो विकास को गति देगा और संस्कृति को समृध्द करेगा।