जशपुर । लुड़ेग राहत शिविर में बिना अनुमति कोई भी व्यक्ति अब प्रवेश नहीं कर पायेगा। रैपिड टेस्टिंग कीट से जांच के बाद एक मजदूर के कोरोना संक्रमित पाये जाने पर जिला प्रशासशन ने एहतियातन यह शख्त कदम उठाया है। वर्तमान मे लुड़ेग राहत शिविर मे 33 प्रवासी मजदूरो को रखा गया है। कोरोना संक्रमित मजदूर को रायगढ मेडिकल कालेज शिफ्ट कर दिया गया है। कलेक्टर निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर और पुलिस अधीक्षक शंकर लाल बघेल ने आज पत्थलगांव तहसील के लुड़ेग राहत शिविर का आकस्मिक निरीक्षण किया। कलेक्टर ने राहत शिविर में रहने वाले मजदूरों को कोराना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए सूरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के सख्त निर्देश अधिकारियों को दिये हैं। उन्होंने लुड़ेग राहत शिविर के बाहर बैरिकेटिंग लगाने के लिए कहा है और किसी भी व्यक्ति को बिना अनुमति राहत शिविर में प्रवेश नहीं देने के सख्त निर्देश अधिकारी को दिए हैं। ताकि कोई भी बाहरी व्यक्ति राहत शिविर में प्रवेश न कर सके। कलेक्टर ने डाक्टरों की टीम को सुरक्षा कवच के साथ राहत शिविर में प्रवेश करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही संक्रमण से बचने के लिए सुरक्षा के पूरे उपाय अपनाने के लिए कहा गया है। उन्होंने राहत शिविर में सेनेटाइजर का उपयोग मजदूरों को सोशल डिस्टेंसिग का पालन के साथ मास्क का नियमित उपयोग करने के निर्देश दिए हैं। राहत शिविर में भोजन बनाने वाले रसोई को मजदूरों से दूरी बनाकर भोजन परोसने की सलाह दी है। साथ ही विशेष सतर्कता बरतने की हिदायत दी गई। राहत शिविर में ड्यूटी कर रहे अधिकारी कर्मचारी को बैरैकिटिग के बाहर रहने के निर्देश दिए गए हैं। कलेक्टर ने आम लोगों से अपील की है कि कोरोनावायरस संक्रमण से बचाव के लिये सोशल डिस्टेंसिग का पालन करें , घरों से बाहर ना निकलें और अफवाहों से बचें और शासन के निर्देश का पालन करें । उन्होंने कहा कि जशपुर जिले को कोरोनावायरस संक्रमण से मुक्त करने में सहयोग प्रदान करें और लोगों को संक्रमण से बचने के लिए पूरा उपाय अपनायें। कलेक्टर ने कहा कि राहत शिविर के अंदर डाक्टरों और स्वास्थ्य कर्मचारियों को जाने की अनुमति होगी बाहरी कोई भी व्यक्ति प्रवेश नहीं कर सकेगा । उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कड़ाई पालन करने के लिए कहा है।