जशपुर । जशपुर जिले मे छोटी-छोटी बातो को लेकर हत्या जैसी संगीन अपराध अब आम हो चली है। ऐसी ही एक हृदय विदारक घटना जिले के तपकरा थाना क्षेत्र के लवाकेरा गांव मे घटी है। फिलहाल तपकरा पुलिस तत्परता दिखाते हुए आरोपी अर्जुन मांझी को घटना के कुछ घंटे बाद ही गिरफ्तार कर लिया। घटना के संबंध मे तपकरा थाना प्रभारी बंश नारायण शर्मा ने बताया कि मंगलवार कि रात लगभग सात बजे मृतक कृष्णा खाना खाने के बाद अपने घर से पत्नी संगीता को यह कह कर निकला था कि वह कुछ देर मे बस्ती मे घूमने के बाद घर लौट जायेगा। थाना प्रभारी ने बताया कि पिछले कुछ दिनो से लवाकेरा के गयारटोली मे कुछ सरारती तत्वो के द्वारा ग्रामीणो के घर का कुंडी बाहर से लगा दिया जा रहा था। सोमवार कि रात मृतक कृष्णा के घर का कुंडी बाहर से किसी ने लगा दिया था। मृतक कृष्णा को यह शक था कि उसका भाई अर्जुन उसके दरवाजे का कुंडी बाहर से लगा दिया था। इसी शक के कारण वह अपने छोटे भाई अर्जुन से विवाद करने लगा। मंगलवार कि रात कृष्णा अपने भाई अर्जुन से कुंडी लगाने को लेकर विवाद करने लगा जिसके बाद अर्जुन तैश मे आकर घर मे रखे बंहिंगा से कृष्णा के उपर वार कर मौत के घाट उतार दिया।
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फिलहाल तपकरा पुलिस मृतक कृष्णा की पत्नी संगीता मांझी कि रिपोर्ट पर भारतीय दंड संहिता कि धारा 302 के तहत अपराध पंजीबद्ध करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी अर्जुन को कल पुलिस कुनकुरी न्यायालय मे पेश करेगी।
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मृतक कि पत्नी संगीता मांझी ने पुलिस को बताया कि मंगलवार 04.00 बजे भोर में वह घर से बाहर निकलना चाही तो कोई घर का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया था । एक ही दरवाजा होने कि वजह से पति और बड़े बच्चे को बतायी और मेरी ननद पुष्पा को जो बगल में दुसरे घर में सोती है उन्हें आवाज दी और दरवाजा खोलने बोली जो बाहर से बंद दरवाजा को खोली ।आज मेरा पति रात में खाना खाकर यह बोलते हुए घर से निकले कि जा रहा हूँ बस्ती के तरफ पता करूंगा कि हमारा दरवाजा कौन बंद कर दिया था। अर्जुन जो मेरा देवर है उसके ससुराल तरफ जाने लगे फिर थोड़ी देर में ही हो हल्ला लड़ाई झगड़ा मेरा देवर अर्जुन के ससुराल के तरफ सुनाई दिया तो मैं अपने छोटा बेटा को गोद में लेकर बड़े बेटा निखिल के साथ हल्ला हो रहा था उधर दौड़ते हुए गई। रोड पार कर देखी तो कचरा फेंकने जहां बना है , बड़पारा मे मेरे देवर अर्जुन के ससुराल के पास रास्ता किनारे मेरे पति को मेरा देवर जोर जोर से बहिंगा से मार रहे थे । मेरे पति जमीन पर गिर पड़े गिरने के बाद भी मेरा देवर मार रहा था मेरे पति घर से निकलते समय टार्च पकड़कर निकले थे मारपीट के समय टार्च जल रहा था इसलिये मैं देखी हमारे पहुंचते ही मेरा देवर अर्जुन जान से मार दिया। बहिंगा को वहीं मेरे पति के पैर तरफ फेंककर भाग गया। मेरे पति का सांस चल रहा था इसलिये मेरा बेटा पानी लाकर पिलाया लेकिन मेरा पति नहीं बचे। उनकी जान चली गई थी।