जशपुर । कलेक्टर निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर के मार्गदर्शन में लाॅकडाउन के दौरान जशपुर जिले के अन्य राज्य में फसे श्रमिक अपने गृह ग्राम पहुंच रहे हैं। छत्तीसगढ़ शासन एवं जिला प्रशासन की मदद से उनके गृह ग्राम पहुंचने की खुशी आंखों में साफ झलक रही है। जशपुर विकासखंड के ग्राम टिकैटगंज के राजेन्द्र साहू, बंधन साहू अन्य राज्य हैदराबाद में काम करने गए थे। लाॅकडाउन के कारण वहां फस गए थे। उन्हें अपने गृह ग्राम आने में समस्या आ रही थी। वहीं जशपुर ब्लाॅक के ग्राम पोड़ी पोस्ट लोदाम की सत्यवती भगत और ग्राम रतिया की सविता दोनों लड़कियां हैदराबाद में प्लैसमेंट के तहत् एक होटल में दो वर्ष से कार्य कर रही थी। उन्होंने बताया कि कोरोन वायरस संक्रमण के कारण घबराहट होने लगी और अपने परिवार की याद आने लगी।
श्रमिकों एवं लड़कियों ने बताया कि जिला प्रशासन के द्वारा जारी निःशुल्क हेल्पलाईन नंबर मे संपर्क करके अपना पंजीयन कराया साथ ही छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा अपने राज्य के श्रमिकों को वापस लाने के लिए उन्हें ट्रेन के बारे में जानकारी मिली। सत्यवती भगत, सविता, राजेन्द्र साहू, बंधन साहू ने छत्तीसगढ़ शासन एवं जिला प्रशासन को धन्यवाद देते हुए कहा कि प्रशासन की मदद से हम सभी सकुशल एवं सुरक्षित अपने गृह ग्राम पहुंच गए और उन्हें बेहद खुशी भी हो रही है।
जशपुर सीईओ जनपद पी.के.मरकाम ने बताया कि जशपुर विकासखंड में लगभग 65 क्वारेंटाईन सेंटर बनाया गया है। सेंटर में श्रमिकों के लिए भोजन, पानी, बिजली, शौचालय सहित सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराया जा रहा है। अन्य राज्य से आने वाले श्रमिकों का उनके संबंधित विकासखंड में मेडिकल जांच किया जा रहा है। और उन्हें उनके गांव के नजदीक बने क्वारेंटाईन संेटर में 14 दिनों के लिए क्वारेटाईन पर रखा जा रहा है। इस दौरान मेडिकल टीम द्वारा निरंतर उनकी निगरानी भी रखी जा रही है।