जशपुर । तपकरा थाना प्रभारी बी. एन. शर्मा के प्रयास से एक युवती का डेड बाडी आज एम्बुलेंस से तमीलनाडू राज्य के कोयम्बटूर से तपकरा थाना क्षेत्र के रेंगारमुड़ा पहुंचा। युवती तमीलनाडू के कोयम्बटूर मे एक अगरबत्ती फेक्ट्री मे काम करती थी। 10 जुलाई को युवती कोयम्बटूर मे फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। कोयम्बटूर से जब युवती का शव गांव पहुंचा तो परिजनो ने इसकी सूचना तपकरा थाना प्रभारी बी.एन. शर्मा को दिये।सूचना मिलते ही थाना प्रभारी अपने पुलिस स्टाफ के साथ रेंगारमुड़ा पहुंचे, जिसके बाद परिजनो ने युवती का अंतिम संस्कार किया। आपको बता दें कोयम्बटूर से तपकरा कि दूरी लगभग 1900 किलोमीटर है। जिस अगरबत्ती फेक्ट्री मे युवती काम करती थी वहां का संचालक किसी भी स्थिति मे कोयम्बटूर से शव, रेंगारमुड़ा भेजने को तैयार नहीं था। तपकरा थाना प्रभारी के प्रयास से यह असंभव काम संभव हो पाया। तपकरा थाना प्रभारी बी.एन.शर्मा ने ग्राउण्ड रिपोर्टिंग को बताया कि तपकरा थाना क्षेत्र के रेंगारमुड़ा (लवाकेरा) कि रहने वाली
लक्ष्मी चौहान पिता मनसाय राम 1 मार्च 2020 को काम कि तलाश में अपने रिश्तेदारो के साथ तमिलनाडू के कोयम्बटूर चली गई थी। 10 जुलाई को इनके परिजनों को तमिलनाडू से खबर मिली कि लक्ष्मी तमिलनाडु में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है। लक्ष्मी का भाई चमरू फोन से कई बार कोयम्बटूर संपर्क करता था लेकिन भाषाई समस्या के कारण बाते आगे नहीं बढ पाती थी। चमरू बस एक ही रट लगा कर रखा था कि उसकी बहन का अंतिम दर्शन करा दो। फेक्ट्री के लोग ढाई लाख देने पर लक्ष्मी का डेड बाडी भेजने कि बात करते थे।

तपकरा थाना प्रभारी बी. एन. शर्मा ने बताया कि 11 जुलाई को जब वे लवाकेरा क्षेत्र मे पेट्रोलिंग कर रहे थे इस दौरान बिलासपुर के कोनी थाना मे पदस्थ महिला थाना प्रभारी ने काल कर रश्मि के तमिलनाडू मे खुदकुशी कर लेने कि जानकारी बताई थी। जिसके बाद थाना प्रभारी लक्ष्मी का घर ढू़ढते हुए रेंगारमुड़ा पहुंच गये। थाना प्रभारी को देखते ही लक्ष्मी का भाई चमरु रोने लगा और रोते हुए सारी कहानी बताया। जिसके बाद थाना प्रभारी बी. एन. शर्मा ने तमिलनाडु के पुलिस अधिकारी रमेश कन्नन से राजनांदगांव जिले के तमिलनाडु में रह रहे दुभाषिए कमलेश की मदद से बात-चीत किये। रश्मि चौहान जिस अगरबत्ती फेक्ट्री मे काम करती थी उनके प्रबन्धन से डेड बॉडी रेंगारमुड़ा भिजवाने हेतु निवेदन किया गया एवं न भेजने पर सख्त कार्यवाही की बात कही। जिसके बाद लक्ष्मी चौहान का डेड बाडी एक एम्बुलेंस मे उसके गांव रेंगारमुड़ा पहुंचाया गया। थाना प्रभारी के इस नेक काम के लिये स्व. लक्ष्मी चौहान के परिजन उन्हें दिल से दुआ दे रहे हैं।