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मनोरा विकासखंड के रेमने में संसदीय सचिव चिन्तामणी महाराज ने गोधन न्याय योजना का किया शुभांरभ

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जशपुर । छत्तीसगढ़ शासन की महत्वकांक्षी योजना गोधन न्याय योजना का शुभांरभ जशपुर जिले के मनोरा विकासखंड के ग्राम रेमने में संसदीय सचिव चिन्तामणी महाराज ने किया। इस अवसर पर विधायक विनय भगत, कलेक्टर महादेव कावरे, पुलिस अधीक्षक बालाजी राव, वनमण्डलाधिकारी श्री जाधव श्रीकृष्ण , सीईओ जिला पंचायत के.एस.मण्डावी, जनपद सीईओ अनिल तिवारी, कृषि विभाग के उपसंचालक एम.आर.भगत, पशुपालन विभाग के जी.एस.तंवर, उद्यान अधिकारी अवध राम भदौरिया , जनप्रतिनिधि मनोज सागर यादव, सरपंच रेमने बुधेश्वर भगत, संजीव कुमार भगत, एवं अन्य सरंपच सचिव, स्व-सहायत समूह की महिलाएं एवं पत्रकारगण उपस्थित थे।
संसदीप सचिव चिन्तामणी महाराज ने हरैली पर्व की शुभकानाएं देते हुए कहा कि हरेली पर्व के अवसर पर प्रदेश के साथ जिला स्तर के गौठानों में गोधन न्याय योजना का शुभारंभ किया गया है। उन्होंने स्थानीय शादरी बोली मेें संबोधित करते हुए कहा कि खेती-बाड़ी के दिनों में हरेली पर्व के दिन गाय, बैल के साथ औजारो की भी पूजा की जाती है। छत्तीसगढ़ प्रदेश में हरेली पर्व हर्षाेल्लास से मनाया जाता है। छत्तीसगढ़ शासन ने नरवा, गरूवा, घुरूवा बाड़ी योजना के नारे को चरितार्थ किया है। किसानों को आर्थिक रूप से समृद्ध करना, गांव के छोटे-छोटे नदी, नालों और बाड़ी को सिंचित करके रखना है उन्होंने कहा कि गौठानों में किसानों से 2 रुपए किलो मेें गोबर खरीदी जाएगी और वर्मी खाद तैयार किया जाएगा। जशपुर जिले के 64 ग्राम पंचायतों के गौठानों में स्व-सहायता समूहों को जोड़ा गया है और उन्हें वर्मी कम्पोस्ट खाद गमला निर्माण, मछली पालन, मुर्गी पालन, बकरी पालन आदि के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
विधायक विनय भगत ने गोधन न्याय योजना की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि गौठानों के माध्यम से गांव की महिलाओं और युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए महत्वपूर्ण योजना है ताकि वे आर्थिक रूपसे सम्पन्न बन सके। कलेक्टर महादेव कावरे ने संबोधित करते हुए कहा कि गौठानों में हरेली पर्व के दिन गोधन योजन का शुभारंभ किया गया है। स्व-सहायता समूह की महिलाएं वर्मी कम्पोस्ट तैयार करेंगी। गौठानों से 2 रुपए किलो में गोबर लिया जा रहा है जिसमें परिवहन व्यय भी जुड़ा हुआ है। जशपुर जिले के 64 गौठानों में गोबर की खरीदी प्रारंभ की गई है। गौठानों समितियों को शासन द्वारा 70 हजार की राशि दी गई है ताकि स्व-सहायता समूह एवं गौठान समूह मिलकर गोबर की खरीदी कर सके और वर्मी कम्पोस्ट बनाया जा सके। गौठानों में चरवाहे की भी व्यवस्था की गई है। जिन्हें गौठान समिति द्वारा 3 हजार मानदेय दिया जाएगा। गौठान में गोबर को संग्रहित करने का कार्य चरवाहे का होगा। चरवाहा उसे बिक्री कर आर्थिक लाभ प्राप्त कर सकेगा। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री के.एस.मण्डावी ने संबोधित करते हुए कहा कि गौठान के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक रूप से सम्पन्न बनाया जा रहा है साथ ही गांव के पशुओं को एकत्र करके गौठानों में लाया जा रहा है। और उनके लिए चारे पानी एवं इलाज की भी सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इससे किसानों के फसलों को सुरक्षा भी मिलेगी। और पशु इधर-उधर भटकेंगे भी नहीं।
संसदीय सचिव चिन्तामणी महाराज ने आज स्व-सहायता समूह महिलाओं के लिए बनी एसएचजी शेड का शुभांरभ किया गया और परिसर में पौध रोपण किया गया है। गांव की महिलाओं ने आज गौठान में अपने यहां के गोबर को 2 रुपए किलो में विक्रय किया। पशु पालन विभाग के द्वारा 15 हितग्राहियों को उनके पशुओं के लिए पशु पौष्टिक आहार, चारा बीज का वितरण किया गया। कृषि विभाग के द्वारा 21 हितग्राहियों को रामतिल बीज व मिनी कीट कावितरण किया गया। उद्यान विभाग द्वारा 500 फलदार पौधे तथा मत्स्य विभाग द्वारा मत्स्य बीज एवं जाल का वितरण किया गया।

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