जशपुर। कलेक्टर महादेव कावरे ने महिला एवं बाल विकास के अंतर्गत संचालित महिला स्वसहायता समूहों को आंगनबाड़ी केन्द्रों में पूरक पोषण आहार कार्यक्रम अंतर्गत रेडी टू ईट के सुव्यवस्थित संचालन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए विगत दिवस में आकस्मिक निरीक्षण के दौरान रेडी-टू-ईट निर्माण कार्य में त्रुटियां पाये जाने के पर व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले के समस्त एकीकृत बाल विकास परियोजना अधिकारी, सेक्टर पर्यवेक्षक, को पूर्व में मांगे गए पालन प्रतिवेदन को जल्द से जल्द प्रस्तुत किये जाने के निर्देश दिए है।
पालन प्रतिवेदन अंतर्गत स्वसहायता समूहों के पास रेडी टू ईट का निर्माण करने हेतु नियुक्ति आदेश एवं रेडी टू ईट प्रदाय करने हेतु अनुबंध प्रमाण पत्र, फूड लायसेंस सर्टिफिकेट बनवाने, सभी महिला स्वसहायता समूह के सदस्यों को फिटनेस सर्टिफिकेट बनवाने, महिला स्वसहायता समूह की नियुक्ति के पूर्व एवं पश्चात रजिस्टार फर्म आफ सोसायटी से पंजीयन कराने, रेडी टू ईट निर्माण से संबंधित अभिलेखों का संधारण, गुणवत्तायुक्त निर्धारित मात्रा में आवश्यक संसाधन आटा चक्की मशीन, पिसाई हेतु पल्बराईजर मशीन, मिक्सिंग ट्रे, भुनाई हेतु लोहे की कढ़ाई, झारा, मिक्सिंग के लिए गल्ब्स एवं दस्ताने साथ ही उक्त संसाधन के लिए पर्याप्त कमरों की व्यवस्था की जानकारी शामिल है।
उल्लेखनीय है कि पूरक पोषण आहार कार्यक्रम के अंतर्गत महिला स्वसहायता समूह के द्वारा आंगनबाड़ी में दर्ज 6 माह से 6 वर्ष के सामान्य एवं कुपोषित बच्चों, गर्भवती महिलाओं, शिशुवती माताओं, शाला त्यागी किशोरी बालिकाओं को गर्मभोजन, रेडी टू ईट का वितरण किया जाना है। वर्तमान में जिले के 118 पर्यवेक्षक सेक्टरों में 116 महिला स्वसहायता समूह इस कार्य से जुड़े हुए है। विभागीय निर्देशो के अनुसार उच्च गुणवत्तायुक्त पूरक पोषण आहार की निरन्तर सप्लाई हेतु चयनित महिला स्वसहायता समूहों से अनुबंध निष्पादित कर कार्यादेश दिये जा रहे है। परियोजना स्तर पर सेक्टर के अंतर्गत शासन के निर्देशो एवं अनुबंध शर्तो के तहत स्वच्छ वातावरण में गुणवत्तायुक्त रेडी टू ईट फूड का निर्माण एवं समय पर वितरण कराने सहित अपने क्षेत्र के आंगनबाड़ी केन्द्रों के सुव्यवस्थित संचालन एवं पूरक पोषण आहार कार्यक्रम का नोडल अधिकारी सेक्टर अधिकारी को नियुक्त किया गया है।
कलेक्टर श्री कावरे ने कहा कि छत्तीसढ़ शासन महिला एवं बाल विकास विभाग के निर्देशानुसार रेडी टू ईट निर्माण इकाई सेक्टर अंतर्गत ही किसी ग्राम में स्थापित हो। यह निर्देश नवीन एवं पुराने संचालित सभी रेडी टू ईट निर्माण इकाईयों के लिए प्रभावशील है। उक्त निर्देशो का पालन नहीं करने पर संबंधित समूह का अनुबंध समाप्त किया जावेगा। कलेक्टर ने निर्माण इकाई में रेडी टू ईट निर्माण आंगनबाड़ी केन्द्र मे निर्धारित समयावधि में वितरण की व्यवस्था सुनिश्चित किये जाने हेतु परियोजना अधिकारी एवं नोडल अधिकारी के रूप में सेक्टर पर्यवेक्षक को जिम्मेदारी सौंपी है। उन्होने कहा कि संचालन में किसी भी प्रकार की कमियां पाये जाने पर सेक्टर पर्यवेक्षक पर आवश्यक कार्रवाही की जाएगी ।