Home रायपुर कोविड-19 मरीजों के मानसिक स्वास्थ्यगत समस्याओं के निवारण के लिए हर जिले...

कोविड-19 मरीजों के मानसिक स्वास्थ्यगत समस्याओं के निवारण के लिए हर जिले में जारी किए जाएंगे फोन नम्बर, मानसिक तनाव दूर करने के लिए ऑडियो-विजुअल माध्यम से मनोरंजन की सुविधा प्रदान करने के निर्देश

42
0
4 (1)
3 (2)
2 (1)
1 (1)
8 (1)
7 (1)
6 (1)
5 (1)
12 (1)
11 (1)
10 (1)
9 (1)
16 (1)
15 (1)
14 (1)
13 (1)
20 (1)
19 (1)
18 (1)
17 (1)
24
23
22
21
28
27
26
25
32
31
30
29
36
35
34
33
40
39
38
37
4 (1) 3 (2) 2 (1) 1 (1) 8 (1) 7 (1) 6 (1) 5 (1) 12 (1) 11 (1) 10 (1) 9 (1) 16 (1) 15 (1) 14 (1) 13 (1) 20 (1) 19 (1) 18 (1) 17 (1) 24 23 22 21 28 27 26 25 32 31 30 29 36 35 34 33 40 39 38 37

रायपुर । स्वास्थ्य सेवाओं के संचालक नीरज बंसोड़ ने प्रदेश के कोविड अस्पतालों, कोविड केयर सेंटरों और होम आइसोलेशन में इलाज करा रहे मरीजों के काउंसिलिंग की व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने कोविड-19 के मरीजों को तनाव, चिंता, उदासीनता और अवसाद से मुक्त रखने उनके मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल पर जोर दिया। श्री बंसोड़ ने ऑनलाइन समीक्षा बैठक में सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों, जिला कार्यक्रम प्रबंधकों, राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारियों, साइकेट्रिस्ट, वीकेएन प्रशिक्षित चिकित्सकों, सामुदायिक और साइकेट्रिक नर्सों, क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट्स तथा साइकेट्रिक सोशल वर्कर्स को कोरोना संक्रमितों के मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
संचालक, स्वास्थ्य सेवाएं ने बैठक में क्वारंटाइन और आइसोलेशन में रह रहे लोगों में मानसिक तनाव दूर करने के लिए ऑडियो-विजुअल माध्यम से मनोरंजन की सुविधा प्रदान करने के निर्देश दिए। उन्होंने कोविड-19 मरीजों के मानसिक स्वास्थ्यगत समस्याओं के निवारण के लिए टेलीफोनिक परामर्श हेतु हर जिले में फोन नम्बर जारी करने कहा। श्री बंसोड़ ने सभी कोविड केयर सेंटर्स में कम से कम एक तकनीकी स्टॉफ की ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए जिससे कि मानसिक समस्या से जूझ रहे मरीजों की पहचान की जा सके। उन्होंने सभी जिलों मे एन्जायटी एवं डिप्रेशन के दवाइयों की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में सुनिश्चित करने कहा। स्वास्थ्य सेवाओं के संचालक ने जिला मानसिक स्वास्थ्य टीम को प्रत्येक विकासखंड में आत्महत्या का प्रयास करने वाले व्यक्ति की समय-समय पर अनिवार्य रूप से काउंसलिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने साइकोलॉजिकल फर्स्ट-एड के लिए आइसोलेशन वार्ड मे पदस्थ सभी स्टॉफ को आगामी अक्टूबर महीने में प्रशिक्षण देने कहा।
समीक्षा बैठक में अधिकारियों ने बताया कि कोरोना काल मे लोगों में तनाव, एंग्जायटी, उदासीनता, अवसाद जैसे मानसिक विकारों मे वृद्धि हुई है। छतीसगढ़ में भी इनके मामले बढ़े हैं। प्रदेश के सभी जिलों में राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत मरीजों को काउंसलिंग सुविधा प्रदान की जा रही है। निमहंस बंगलुरु द्वारा प्रशिक्षित चिकित्सा अधिकारियों एवं आर.एम.ए. द्वारा कई जिलों में कोविड-19 के मरीजो की काउंसलिंग की जा रही है। जिला मानसिक स्वास्थ्य टीम द्वारा लोगों के बीच विभिन्न मानसिक अवस्थाओं की जानकारी और मानसिक तनाव कम करने के उपायों का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। मैदानी अमलों द्वारा कोविड केयर सेंटर्स के व होम आइसोलेटेड मरीजों एवं उनके परिवार के सदस्यों की काउंसलिंग रिपोर्ट हर सप्ताह राज्य कार्यालय को भेजी जा रही है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here