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जशपुर मे दस एकड़ मे होगी सेब की खेती, चाय के बाद अब जशपुर सेब के लिये भी पूरे प्रदेश मे जाना जायेगा

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जशपुर । जशपुर मे दस एकड़ मे सेब की खेती के लिये तैयारी शुरू कर दी गई है। चाय के बाद अब जशपुर सेब के लिये भी पूरे प्रदेश मे जाना जायेगा। कलेक्टर महादेव कावरे ने आज जशपुर जिले के मनोरा विकासखंड के ग्राम केसरा में सेब एवं नाशपाती की खेती के लिए चयनित स्थान का निरीक्षण किया। इस अवसर पर सहायक संचालक उद्यानिकी रामअवध सिंह भदौरिया सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी कर्मचारी उपस्थित थे। कलेक्टर श्री कावरे ने सहायक संचालक भदौरिया से योजना के संबंध में विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने खेत के चारों ओर सुरक्षा के लिए तार फेसिंग, पानी की व्यवस्था सहित अन्य सुविधाओं की व्यवस्था के लिए निर्देश दिए। श्री भदौरिया ने जानकारी देते हुए बताया कि केसरा के 25 एकड़ में विस्तृत इस क्षेत्र में लगभग 32 लाख की लागत से सेब एवं नाशपाती की खेती की जाएगी। जिसमे लगभग 10 एकड़ में सेब के 1600 पौधे लगाए जाएंगे एवं शेष हिस्से में नाशपाती की पौधे लगाए जाएंगे। प्रत्येक पौधे के बीच 6-6 मीटर की दूरी रखी जाएगी। उन्होंने बताया कि सेब के पौधे में तीसरे वर्ष से फल लगना प्रारम्भ हो जाएगा। जिससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे एवं प्लांटेशन क्षेत्र से 250 मीटर की दूरी पर लगे माड़ नदी से पौधों की सिंचाई सहित अन्य कार्यो के लिए पानी की आपूर्ति की जाएगी। कलेक्टर ने जल्द ही इसकी कार्ययोजना तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।इस दौरान कलेक्टर ने मनोरा के ग्राम टेम्पू में ग्रामोद्योग को बढ़ावा देने एवं लोगों की आय में बढ़ोत्तरी करने के लिए संचालित मधुमक्खी पालन का अवलोकन किया। कलेक्टर ने योजना के हितग्राही श्री सुरेश राम, सोहानी एवं गीता द्वारा किए जा रहे मधुमक्खी पालन का निरीक्षण कर शहद उत्पादन कार्यविधि की जानकारी ली। मधुमक्खी पालन से जुड़े हितग्राहियों ने बताया कि उन्हें विभाग द्वारा 3-3 शहद पेटी एवं आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान किया गया है। उन्होंने बताया कि लगभग 30 दिन में शहद तैयार हो जाएगा जिसको वे बाजार में विक्रय कर आमदनी करेंगे। श्री कावरे ने सभी हितग्राहियों को शहद उत्पादन कार्य मे विशेष रुचि लेने एवं अच्छे से कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया।

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