जशपुर । जशपुर जिले के दूरस्थ अंचल गाँव और हाथी प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को जागरूक करने के लिए आज फरसाबहार विकासखंड के सेमरताल और बिदुरपुर के गाँव के चौपाल में जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम को कलेक्टर महादेव कावरे ने सम्बोधित करते हुए कहा कि सुबह सुबह एकदम भोर में जंगलो की तरफ बिलकुल भी न जाए । बहुत जरूरी काम के लिए जंगलो की तरफ जा रहे हैं तो सुरक्षित और सचेत होकर जाए साथ ही घरो में बनाए गए शौचालय का उपयोग अनिवार्य रूप से करे। उन्होंने कहा कि सबसे जरूरी चीज है अपने जान को बचाना। कलेक्टर ने कहा कि हाथी से जानमाल की हानि होती है तो वन विभाग के द्वारा 6 लाख की मुआवजा राशि दी जाती है। और घायल मकान क्षति होने पर भी मुआवजे का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि हाथी आने की सूचना मिलने पर तत्काल वन विभाग और हाथी मित्र को सूचना दे।
पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने गांव वालों को जागरूक करते हुए कहा कि हाथीयो के साथ आप लोग सामंजस्य बनाकर रखे और अपने आप को सुरक्षित रखे हाथी के आने की सूचना मिलने पर वन विभाग को सूचना दे। ताकि लोगों को हाथियों से सुरक्षित बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि एकदम सुबह जंगलो की तरफ न जाए थोड़ी देर करके सूरज चढने के बाद ही सुरक्षित होकर के जंगलो की तरफ जाए। वनमंडला अधिकार जाधव श्रीकृष्ण ने लोगों को जागरूक करने हुए कहा कि छत्तीसगढ़ पूरे प्रदेश में लगभग 300 हाथी हैं जशपुर जिले के फरसाबहार के तपकरा क्षेत्र में लगभग 30 से 35 हाथी विचरण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सुबह भोर में किसी भी काम से जैसे दातुन तौड़ने वनोपज संग्रहण करने के साथ अन्य कामो के लिए न जाए। अगर बहुत जरूरी काम से जाना हो तो हाथियों से सुरक्षित रहकर जाए।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल, वनमंडलाअधिकार जाधव श्रीकृष्ण , फरसाबहार एसडीएम श्री खान, उप वनमंडलाधिकार कुनकुरी नवीन निराला वनपरिक्षेत्राधिकारी तपकरा अभिनव केशरवानी और ग्रामीण जन उपस्थित थे।