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वीडियो : दो दिन कि नवजात बच्ची को चुराने वाली रूक्मणी क्या वाकई मे गर्भवती थी, जानने के लिये पढिये ground reporting.in कि exclusive investigation

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जशपुर । पिछले कुछ दिनो से जशपुर जिले के मयूरचुंदी कि रहने वाली रूक्मणी के गर्भावस्था को लेकर चर्चाओ का बाजार गर्म है। फिलहाल रूक्मणी दो दिन कि नवजात बच्ची के चोरी के आरोप मे जशपुर जेल मे बंद है। 31 मई दिन रविवार को जशपुर जिले के कुनकुरी हालीक्रास अस्पताल के जनरल वार्ड से भोर के 4 बजे
के आसपास दो दिन कि नवजात बच्ची कि चोरी कर रूक्मणी वहां से फरार हो गई थी। चोरी कि घटना कि जानकारी अस्पताल प्रबंधन को होने के बाद इसकी सूचना तत्काल कुनकुरी पुलिस को दि गई। कुनकुरी पुलिस सीसी टीवी फूटेज को शोसल मीडिया प्लेटफार्म पर वायरल कर कुछ घंटो मे ही आरोपी महिला से नवजात बच्ची को बरामद कर बच्ची कि मां को सौंप दिया था।
कुनकुरी से दस किलोमीटर दूर कुंजारा कि रहने वाली 32 वर्षीय फूलमनी को प्रसव पीड़ा होने के बाद 29 मई दिन शुक्रवार को भोर मे 5 बजे के आसपास कुनकुरी हालीक्रास मे भर्ती कराया गया था। 6 बजकर 58 मिनट मे फूलमनी बाई सिजेरियन आपरेशन से एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दी। 31 मई के भोर के 4 बजे के आसपास नवजात बच्ची की मां जनरल वार्ड से बच्ची को, अपनी मां मनप्यारी को सौंप कर कामन बाथरूम चली गई थी। इसी दौरान जनरल वार्ड मे रूक्मणी दाखिल हुई और फूलमनी कि मां मनप्यारी से कहने लगी कि तुम्हारी बेटी फूलमनी बाथरूम मे गीर गई है। इस बात को सुनकर मनप्यारी फौरन बाथरूम कि ओर दौड़ी जहां उसकी बेटी बाथरूम मे सुरक्षित थी गीरी नहीं थी। जब दोनो मां-बेटी जनरल वार्ड मे लौटे, तो देखा कि बच्ची बेड से गायब थी। रूक्मणी नवजात बच्ची को लेकर फरार हो चूकि थी।
इस मामले कि विवेचना कर रहे कुनकुरी थाना प्रभारी विशाल कुजूर ने बताया कि 31 मई को रूक्मणी, दो दिन कि नवजात बच्ची व उसके सास ससुर को महिला आरक्षक व महिला ए.एस.आई के माध्यम से कुनकुरी थाना लाया गया था। पूछ-ताछ के दौरान रूक्मणी पुलिस को गुमराह करती रही कि वह भी गर्भवती थी और उसका भी हालीक्रास अस्पताल मे प्रसव हुआ था और वह एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दी थी। हालीक्रास अस्पताल कुनकुरी मे जब कुनकुरी पुलिस रूक्मणी के भर्ती होने को लेकर पतासाजी करती है तो पता चलता है कि रूक्मणी का हालीक्रास अस्पताल मे भर्ती को लेकर कोई रिकार्ड नहीं है और न ही किसी डाक्टर या नर्स को इस बात कि जानकारी है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उनेजा खातून अंसारी व महिला ए.एस.आई के द्वारा रूक्मणी से घंटो पूछ-ताछ किया गया। आखिरकार रूक्मणी को पुलिस के सामने सच्चाई बयां करना पड़ा। थाना प्रभारी विशाल कुजूर के मुताबिक रूक्मणी ने पुलिस को बताया कि नवम्बर 2019 के पहले सप्ताह मे उसके पति कि मृत्यु हो गई थी। उसकी शादी को 6-7 साल हो गये हैं, लेकिन उसके बच्चे नहीं है। बच्चे नहीं होने कि वजह से सास-ससुर उसे ताने मारा करते थे जिससे वह मानसिक रूप से बहुत परेशान थी। पति के मृत्यु के बाद परेशान होकर एक दिन रूक्मणी गांव कि मितानीन के पास जाकर प्रेगनेन्सी कीट से जांच कराई जिसमे गर्भ ठहरने कि पुष्टि हो गई जबकि रूक्मणी जानती थी कि वह गर्भवती नही है। गांव कि मितानीन रूक्मणी के गर्भधारण संबंधी जानकारी को मितानीन रजिस्टर मे दर्ज कर ली। इसके बाद मितानिन नर्स को बताई कि हमारे गांव मे रूक्मणी नाम कि महिला गर्भवती है। जानकारी मिलने पर नर्स रूक्मणी को बुलाकर कुछ महत्वपूर्ण दवाई देकर अपना खयाल रखने कि सलाह देकर उसे घर भेज दी थी। समय बीतने के साथ नर्स व मितानीन रूक्मणी को कुनकुरी जाकर सोनोग्राफी कराने कि सलाह देने लगे लेकिन रूक्मणी कभी भी उनकी बातो को ध्यान नहीं देती थी। मितानिन व नर्स के बार-बार टोकने कि वजह से परेशान होकर लगभग डेढ़ माह पहले मितानिन व नर्स को बताकर रविवार के दिन रूक्मणी सोनोग्राफी कराने के नाम से कुनकुरी आई थी। तीन से चार घंटा बिताने के बाद वह मयुरचुंदी लौट गई। गांव जाकर मितानीन व नर्स को बताई कि वह हालीक्रास अस्पताल जाकर अपना सोनोग्राफी करा ली है, सब कुछ ठीक है सोनोग्राफी रिपोर्ट बाद मे मिलेगा। जबकि रविवार को हालीक्रास अस्पताल बंद रहता है, वह सोनोग्राफी कराई ही नहीं थी। रूक्मणी ने पुलिस को बताया कि गांव वालो को, मितानिन को, नर्स को व अपने सास-ससुर को भ्रमित करने के लिये वह अपने पेट मे कपड़ा लपेटर कर रखती थी ताकि उनको लगे कि वह गर्भवती है।
रूक्मणी ने पुलिस को बताया कि 29 मई दिन शुक्रवार को वह सास-ससुर को बिना बताये अपने गांव मयूरचुंदी से कुनकुरी आ गई। 31 मई दिन रविवार को जनरल वार्ड से दो दिन कि नवजात शिशु को चुरा कर अस्पताल के पिछे वाले रास्ते से फरार हो गई थी। रूक्मणी पांच साल पहले हालीक्रास अस्पताल मे खाना बनाने का काम करती थी इसलिये व अस्पताल चप्पे-चप्पे से वाकिफ थी।
रूक्मणी गर्भवती थी या नहीं थी, क्या वह नव प्रसुता थी या उसका गर्भपात तो नहीं हुआ था, इसे प्रमाणित करने के लिये 31 मई को ही कुनकुरी के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मे पदस्थ महिला चिकित्सक से मेडिकल कराया गया। महिला डाक्टर ने अपने रिपोर्ट मे बताया कि रूक्मणी न तो गर्भवती है , न ही किसी बच्चे को जन्म दी है और न ही इसका गर्भपात हुआ है। कुनकुरी मे पदस्थ महिला चिकित्सक ने पुलिस को बताया कि वह स्त्री रोग विशेषज्ञ नही है इसलिये रूक्मणी का मेडिकल स्त्री रोग विशेषज्ञ से कराना बेहतर होगा।कुनकुरी के महिला डाक्टर की बात मानकर पुलिस रूक्मणी को शासकीय देवशरण
जिला चिकित्सालय जशपुर लेकर आई। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने पुलिस को बताया कि जिला चिकित्सालय मे स्त्री रोग विशेषज्ञ तो है लेकिन अपरिहार्य कारणो से महिला का मेडिकल नहीं कर पायेगी ऐसे मे अंबिकापुर मेडिकल कालेज मे पदस्थ स्त्री रोग विशेषज्ञ से रूक्मणी का मेडिकल कराना बेहतर होगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के बात को मानते हुए पुलिस ने रूक्मणी को न्यायालय मे पेश करने के बाद एक दिन के लिये पुलिस रिमांड कि अनुमति ली। पुलिस 2 जून को रूक्मणी को मेडिकल कराने के लिये अंबिकापुर मेडिकल कालेज लेकर गई। मेडिकल कालेज मे पदस्थ सहायक प्राध्यापक व स्त्री रोग विशेषज्ञ के द्वारा रूक्मणी का मेडिकल जांच किया गया। जांच मे पाया गया कि रूक्मणी न तो गर्भवती थी, न ही नव प्रसुता है और नही इसका गर्भपात हुआ है। मेडिकल कालेज अंबिकापुर मे रूक्मणी का सोनोग्राफी भी कराया गया जिसमे उपरोक्त किसी भी प्रकार के सिमटम्स नहीं दिखाई दिये। जांच रिपोर्ट से यह कंन्फर्म हो जाता है कि रूक्मणी गर्भवती थी ही नहीं , और न ही वह किसी बच्चे को जन्म दी है। सास-ससुर को खुश करने के लिये रूक्मणी ने गर्भवती होने का ढोंग रचा और 31 मई को हालीक्रास अस्पताल से दो दिन कि नवजात बच्ची को चुराकार अपने घर सास -ससुर के पास मयूरचुंदी चली गई थी।

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