जशपुर । कलेक्टर महादेव कावरे ने आज प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सन्ना का आकस्मिक निरीक्षण किया था कलेक्टर ने निरीक्षण मे पाया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सन्ना मे पदस्थ अवधेश शर्मा फार्मसिस्ट-2 के द्वारा स्टाॅक पंजी एवं वितरण पंजी अस्पताल में नहीं रखा है। कार्य में लापरवाही किए जाने के कारण अवधेश शर्मा को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा नियम के नियम-9 के तहत् तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। उक्त निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जशपुर नियत किया गया है। इस दौरान अवधेश शर्मा को जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी।
कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने आज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सन्ना के अलावा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पण्डरापाठ का भी निरीक्षण कियि। यहां उन्होंने मरीजों से मिलकर उनका हाल चाल जाना। उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर नर्स, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से उनके कार्य से संबंधित जानकारी लेते हुए उपस्थिति पंजी का अवलोकन किया। स्वास्थ्य केंद्र में आवश्यक दवाई की उपलब्धता, एंटीवेनम की उपलब्धता के संबंध में जानकारी ली और एक्सपायरी दवाइयों को अलग से रखने के निर्देश दिए। केंद्र में स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता के लिये परिसर में बोर में सोलर ड्यूल पंप लगाने हेतु जनपद सीईओ को निर्देशित किया। परिसर में साफ सफाई के साथ ही अन्य आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिये।
गहन डायरिया पंखवाड़ा के संबंध में लोगो को जागरूक करने के लिए होर्डिंग्स लगवाने कहा। उन्होंने कहा कि बरसात के दिनों में डायरिया संक्रमण फैलने की संभावना अधिक होती है। इससे सर्तकता बरतना आवश्यक है। उन्होंने लोगों को बरसात के दिनों में गर्म पानी, गर्म भोजन एवं पौष्टिक आहार का सेवन करने के लिए प्रेरित करने अधिकारियों को निर्देश दिए। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में जिंक कॉर्नर लगाने, सर्पदंश से लोगोें के बचाव के लिए विभिन्न माध्यम से जागरूक करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिले में सर्पदंश से मृत्यु को कम करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाना आवश्यक है। ग्रामवार विभिन्न माध्यम से ग्रामीणों को सर्तक करने एवं जमीन में न सोने की हिदायत देने की बात कही। उन्होंने यह भी कहा कि ग्रामीणो को जानकारी दे कि यदि किसी भी व्यक्ति को सांप के द्वारा काट लिया जाता है तो उसे तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में पहुंचाया जाए। जिससे उसका बेहतर ईलाज किया जा सके।